क्या अनीता हसनंदानी अपने बेटे आरव को 'छोरियां चली गांव' के लिए तैयार कर रही हैं?

सारांश
Key Takeaways
- अनीता हसनंदानी अपने बेटे को आत्मनिर्भर बना रही हैं।
- यह रियलिटी शो गांव के जीवन का अनुभव कराता है।
- मां-बेटे का रिश्ता बेहद खास होता है।
- शो में कई जाने-माने सितारे शामिल हैं।
- यह अनुभव सीखने वाला और चुनौतीपूर्ण होगा।
मुंबई, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री अनीता हसनंदानी जल्द ही आने वाले शो 'छोरियां चली गांव' में दिखाई देंगी। उन्होंने साझा किया कि शूटिंग के लिए अपने बेटे आरव को छोड़ना उनके लिए कितना भावनात्मक रूप से कठिन है।
अनीता ने बताया कि वह अपने बेटे आरव को उनके बिना रहने के लिए धीरे-धीरे तैयार कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "जब मैं सुबह उठती हूं, तब आरव हमेशा मेरे साथ होता है। वह चाहता है कि मैं ही उसका हर काम करूं, लेकिन मुझे शूटिंग के लिए दूर जाना पड़ता है। इसलिए, मैं पिछले दो हफ्तों से उसे अपनी मां (उसकी नानी) के साथ सोने की ट्रेनिंग दे रही हूं। मैं उसे धीरे-धीरे इस बात के लिए भी तैयार कर रही हूं कि वह मेरे बिना खुद से उठे, स्कूल के लिए तैयार हो, खुद खाना खाए और अपना होमवर्क भी समय पर पूरा करे।"
अभिनेत्री ने आगे कहा, "मैंने अपने बेटे आरव के लिए दो महीने का पूरा शेड्यूल तैयार किया है। इसमें लिखा है कि किस दिन वह कौन-सी क्लास या एक्टिविटी करेगा। इसके साथ ही मैंने अपने पति रोहित को भी हर ग्रुप में जोड़ दिया है ताकि जब मैं शूटिंग पर रहूं, तो रोहित बिना परेशानी के सब संभाल सके। जितना मैं इस शो से सीखने वाली हूं, उतना ही रोहित को भी समझ में आएगा कि मां बनना कितना खूबसूरत लेकिन चुनौती भरा अनुभव है।"
यह रियलिटी शो 'छोरियां चली गांव' ग्रामीण परिवेश पर आधारित है और इसे रणविजय होस्ट कर रहे हैं। इसमें कृष्णा श्रॉफ, ऐश्वर्या खरे, रमीत संधू, अंजुम फाकीह, रेहा सुखेजा, डॉली जावेद, सुमुखी सुरेश, सुरभि-समृद्धि मेहरा और एरिका पैकर्ड जैसे कई सितारे शामिल हैं। ये सभी सेलिब्रिटीज अपनी शानदार जिंदगी को छोड़कर दो महीने तक गांव में सादा जीवन बिताएंगे। यह अनुभव चुनौतीपूर्ण होने के साथ-साथ सीख देने वाला और जीवन बदलने वाला भी होगा।
'छोरियां चली गांव' जल्द ही 3 अगस्त को जीटीवी पर प्रसारित होगा।
राष्ट्र प्रेस के साथ विशेष बातचीत में अनीता ने शो के बारे में बताया, "जैसा मैंने पहले कहा, इस शो का अनुभव बहुत गहरा और महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि यह शो मुझे ऐसी चीजें सिखाएगा जो गूगल या विकिपीडिया नहीं सिखा सकते। गांव के लोगों से जुड़ना और उनके रोजमर्रा के जीवन को समझना। यह सब एक अनमोल अनुभव होगा।"