क्या ऑस्ट्रेलिया ने बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगाकर सही कदम उठाया?
सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया पर बच्चों की सुरक्षा एक बड़ी चिंता है।
- ऑस्ट्रेलिया का बैन बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए है।
- महान हस्तियों की प्रतिक्रियाएं इस निर्णय की गंभीरता को दर्शाती हैं।
मुंबई, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान में सोशल मीडिया हर आयु वर्ग के लोगों के जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। बच्चों में इसकी लत विशेष रूप से सामान्य देखी जाती है, जिसके साथ-साथ साइबर बुलिंग, गलत कंटेंट और मानसिक दबाव जैसी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं। इस संदर्भ में ऑस्ट्रेलिया ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
हाल ही में, ऑस्ट्रेलिया ने कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बच्चों के लिए पूर्ण बैन लगाने का ऐलान किया है। इस खबर पर कई प्रमुख हस्तियों ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की है, जिनमें अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी का नाम भी शामिल है।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, "एक माता-पिता के नाते, यह खबर बेहद राहत देने वाली है। बच्चों के हित में यह एक अच्छा कदम है। मुझे आशा है कि भारत में भी इस तरह का कोई निर्णय लिया जाएगा।"
इससे पहले अभिनेता सोनू सूद ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत सरकार को भी बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए ऐसा ही कोई कानून लाना चाहिए और सभी के सामने एक सकारात्मक उदाहरण पेश करना चाहिए।
नए कानून के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगाया गया है। इन प्लेटफॉर्म्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उन्होंने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के अकाउंट बंद करने और नए अकाउंट खोलने से रोकने के लिए उचित कदम उठाए हैं। आदेश का उल्लंघन करने पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
हालांकि, इस निर्णय का विरोध भी शुरू हो गया है। वैश्विक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म रेडिट ने ऑस्ट्रेलिया की नई नीति के खिलाफ उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। उनका कहना है कि यह प्रतिबंध अनुचित तरीके से उन पर लागू किया जा रहा है, क्योंकि यह मंच मुख्य रूप से वयस्कों की चर्चा के लिए है और इसमें वे सामान्य सोशल मीडिया विशेषताएं नहीं हैं जिन पर सरकार आपत्ति जता रही है।
कंपनी ने कहा कि वह कानून का पालन करती रहेगी, लेकिन इस नियम के कारण वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए अत्यधिक हस्तक्षेप और संभवतः असुरक्षित सत्यापन प्रक्रिया लागू की जा रही है।