क्या बाबिल खान ने भविष्यवक्ताओं को लेकर अपनी भावनाएं साझा की?
सारांश
Key Takeaways
- भविष्यवक्ताओं पर भरोसा न करने की सलाह
- अभिनय में बाबिल की यात्रा
- झूठे सच का प्रभाव
- सोशल मीडिया का महत्व
- फिल्म 'लॉगआउट' में उनकी भूमिका
मुंबई, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिग्गज अभिनेता इरफान खान के पुत्र बाबिल खान ने अपने अभिनय के माध्यम से दर्शकों में एक विशेष पहचान स्थापित की है। सोमवार को, उन्होंने एक पोस्ट के माध्यम से अपनी भावनाएं साझा कीं।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, "सुंदर चेहरों और घमंडी व्यक्तियों से, अब शायद मैं ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं कर सकूंगा। बच्चों जैसी मासूमियत अब कहीं खो गई है, और हम उसे एक भूलभुलैया में खोजने की कोशिश कर रहे हैं। जो भी इस दुनिया में होता है, वह अचानक ही होता है, लेकिन किसी के जाने से कुछ भी नहीं बदलता। यह समय झूठे सच का है, जहां झूठ भी सच्चाई की तरह बोला जाता है। भविष्यवक्ताओं से दम घुटता है, क्योंकि मैंने अपने सारे झूठ खुद ही समाप्त कर दिए हैं।"
इस कैप्शन में, बाबिल ने अपनी भावनात्मक और मानसिक स्थिति को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया। अभिनेता की इस पोस्ट ने प्रशंसकों के दिलों को छू लिया। कई उपयोगकर्ता कमेंट सेक्शन में विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
हालांकि बाबिल ने कम फिल्मों में काम किया है, लेकिन अपने प्रत्येक किरदार के साथ उन्होंने साबित किया है कि वे अपने पात्र को सजीवता के साथ निभा सकते हैं। उन्होंने अभिनय में कदम रखने से पहले इरफान की फिल्म 'करीब-करीब सिंगल' में कैमरा असिस्टेंट के रूप में कार्य किया था।
इसके बाद, उन्होंने अभिनय की दुनिया में नेटफ्लिक्स की फिल्म 'कला' से शुरुआत की, जिसमें उनकी अभिनय को दर्शकों ने बहुत सराहा। इसके बाद वे कुछ वेब सीरीज और फिल्मों में दिखाई दिए। अभिनेता को हाल ही में फिल्म 'लॉगआउट' में देखा गया था।
यह फिल्म अमित गोलानी के निर्देशन में बनी थी, और इसका निर्माण केविन वा, अजित अंधारे, समीर सक्सेना, सौरभ खन्ना, और बिस्वपति सरकार ने मिलकर किया। इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज किया गया था।
इस फिल्म में बाबिल ने एक इंफ्लूएंसर की भूमिका निभाई, जो सोशल मीडिया और डिजिटल के बीच अपनी असली पहचान पाने की कोशिश कर रहा है। इस फिल्म में बाबिल के साथ रसिका दुग्गल, गंधर्व दीवान और निमिषा नायर भी हैं।