क्या बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर एक्ट्रेस जया प्रदा का सवाल सही है?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं।
- जया प्रदा और जाह्नवी कपूर जैसी हस्तियों ने इस पर आवाज उठाई है।
- हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा है और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
मुंबई, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में मॉब लिंचिंग के एक मामले में फैक्ट्री मजदूर दीपू चंद्र दास की हत्या ने देश और विदेश में हलचल मचा दी है। इस घटना पर भारत में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं बॉलीवुड के कई सितारों ने इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
एक्ट्रेस जया प्रदा ने बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की हत्या पर गुस्सा और दुख व्यक्त करते हुए एक वीडियो साझा किया। उन्होंने कहा, "आज मैं बेहद दुखी हूं और मेरा दिल भर आया है। किसी इंसान के साथ ऐसी बर्बरता कैसे हो सकती है? बांग्लादेश में भीड़ ने एक हिंदू भाई, दीपू चंद्र दास, को मिलकर मार डाला, केवल मारना ही नहीं, बल्कि पेड़ से बांधकर आग भी लगा दी। यह घटना केवल मॉब लिंचिंग नहीं है, बल्कि सनातन और हिंदू धर्म पर एक बड़ा प्रहार है। बांग्लादेश में हिंदू मंदिर तोड़े जा रहे हैं और हमारी बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है। हम कब तक चुप रहेंगे?"
इससे पहले, एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने भी बांग्लादेश में हो रही हिंसा को नरसंहार बताया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह बर्बरता है, यह नरसंहार है। यदि आपको इस घटना पर गुस्सा नहीं आता है, तो आने वाले समय में यही पाखंड हमें तबाह कर देगा। हम दुनिया के विभिन्न हिस्सों में होने वाली घटनाओं को देखकर रोते रहेंगे, जबकि हमारे ही भाई-बहन जलाकर मारे जाएंगे।"
जाह्नवी ने मानवता को सच्चा धर्म बताया और सभी से इंसानियत याद रखने की अपील की।
दीपू चंद्र दास की हत्या के बाद, बीते बुधवार को बांग्लादेश में एक अन्य हिंदू व्यक्ति की भी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। राजबाड़ी जिले के होसेनडांगा गांव में, भीड़ ने अमृत मंडल उर्फ सम्राट को जबरन वसूली के आरोप में मार डाला। जानकारी के अनुसार, सम्राट ने गांव के एक घर में पैसे की वसूली करने का प्रयास किया था, लेकिन गांव के लोगों ने मिलकर उसे पीट-पीटकर मार डाला।