क्या बिहार के अस्पतालों में सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ रही है?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
- स्वास्थ्य विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है।
- विशेष दवाएं निशुल्क प्रदान की जा रही हैं।
- गर्भवती महिलाओं और नवजातों की विशेष देखभाल की जा रही है।
- 5 साल से कम बच्चों के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पटना, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है, बिहार के अस्पतालों में सर्दी, जुकाम और वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है। इस स्थिति का सामना करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कड़े कदम उठाए हैं। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि कुछ अस्पतालों को रेड अलर्ट पर रखा गया है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि मौसम में बदलाव के बाद सर्दी, जुकाम, वायरल और सांस की बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में 30 से 60 कंबलों की व्यवस्था की गई है और सभी हॉल और कमरों में गर्मी के लिए हीटर लगाए जा रहे हैं।
गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है।
डॉ. अविनाश ने बताया कि सर्दी, खांसी और बुखार से संबंधित दवाएं मरीजों को निशुल्क प्रदान की जा रही हैं। इसके अलावा, अस्पताल में 10 बेड सर्दी के मरीजों के लिए आरक्षित रखे गए हैं, क्योंकि सर्दी के मौसम में लकवे और हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं।
विशेष रूप से, 5 साल से कम उम्र के बच्चों और मधुमेह, बीपी और श्वास संबंधी बीमारियों से जूझ रहे रोगियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। डॉ. अविनाश ने कहा कि सर्दियों में छोटे बच्चों में कोल्ड डायरिया का खतरा बढ़ जाता है और बुजुर्गों में श्वास संबंधी समस्याएं अधिक देखी जा रही हैं। बढ़ता प्रदूषण और कोहरा फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रहा है।