क्या भूमिका चावला को 'जब वी मेट' के लिए पहले साइन किया गया था, और करीना से क्यों हुईं रिप्लेस?

सारांश
Key Takeaways
- भूमिका चावला का संघर्ष और सफलता प्रेरणादायक है।
- उन्होंने कई भाषाओं में फिल्में की हैं।
- फिल्म उद्योग में प्रतिस्पर्धा के चलते अवसरों का छिनना एक सामान्य बात है।
- उनका करियर विविधता से भरा हुआ है।
मुंबई, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म उद्योग में कई ऐसे अभिनेता होते हैं, जिनकी कड़ी मेहनत और समर्पण उन्हें सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं। इनमें से एक हैं भूमिका चावला। एक सामान्य परिवार में जन्मी भूमिका ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से फिल्म जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई है। वह सलमान खान की फिल्म 'तेरे नाम' के बाद दर्शकों के बीच प्रसिद्ध हुईं, जिससे यह आभास हुआ कि वह बॉलीवुड में एक बड़ा नाम बनने वाली हैं।
भूमिका को 'जब वी मेट', 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', और 'बाजीराव मस्तानी' जैसी सफल फिल्मों का प्रस्ताव मिला था, लेकिन ये फिल्में किसी और के पास चली गईं।
भूमिका का जन्म 21 अगस्त 1978 को नई दिल्ली में हुआ। उनका परिवार पंजाबी था और उनके पिता भारतीय सेना में एक अधिकारी थे। सेना की पोस्टिंग के कारण परिवार हमेशा विभिन्न स्थानों पर स्थानांतरित होता रहा। वह तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं। बचपन से ही उनकी पढ़ाई के साथ-साथ अभिनय और ग्लैमर की दुनिया में रुचि थी। 1997 में उन्होंने मुंबई का रुख किया और यहां टीवी विज्ञापनों तथा म्यूजिक वीडियो में काम शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने टीवी धारावाहिकों में भी अपनी अभिनय की प्रतिभा का परिचय दिया।
भूमिका ने 2000 में तेलुगु फिल्म 'युवाकुडु' से अपने करियर की शुरुआत की। यह उनकी पहली फिल्म थी, जिसने उन्हें तेलुगु फिल्मफेयर पुरस्कार दिलवाया। इसके बाद उन्होंने तेलुगु, तमिल और हिंदी फिल्मों में लगातार काम किया, और दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई। उनकी तेलुगु फिल्में 'कुशी', 'ओक्काडु' और 'सिम्हाद्री' बेहद सफल रहीं, जबकि तमिल फिल्मों 'बद्री' और 'सिल्लुनु ओरु काधल' को भी अच्छी खासी सराहना मिली।
साल 2003 उनके लिए बेहद खास रहा। इस वर्ष उन्होंने सलमान खान की फिल्म 'तेरे नाम' से बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि भूमिका की पहचान को भी चार चांद लगा दिए।
इस फिल्म ने उनके लिए बॉलीवुड में दरवाजे खोले और उन्हें कई फिल्में मिलीं, जिनमें 'जब वी मेट', 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', और 'बाजीराव मस्तानी' शामिल थीं। 'जब वी मेट' में उनकी जोड़ी बॉबी देओल के साथ बनने वाली थी, लेकिन उन्हें बदल दिया गया।
भूमिका ने रेडियो होस्ट सिद्धार्थ कनन के पॉडकास्ट में बताया कि 'जब वी मेट' का नाम पहले 'ट्रेन' रखा गया था। जब प्रोडक्शन हाउस बदला, तो हीरो भी बदल दिया गया और उन्हें भी रिप्लेस कर दिया गया। इसी तरह 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में भी ऐसा ही हुआ।
भूमिका ने हिंदी के अलावा, पंजाबी, मलयालम, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में भी काम किया और तेलुगु फिल्मफेयर पुरस्कार, नंदी पुरस्कार और जी सिने अवॉर्ड जैसे कई पुरस्कार अपने नाम किए। 'तेरे नाम' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ डेब्यू का पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।