क्या ‘द बंगाल फाइल्स’ को अभिनेता विक्टर बनर्जी का समर्थन मिला है और राष्ट्रपति से हुई ये अपील?

सारांश
Key Takeaways
- विक्टर बनर्जी का समर्थन फिल्म के लिए महत्वपूर्ण है।
- फिल्म 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे पर आधारित है।
- फिल्म की स्क्रीनिंग 5 सितंबर 2025 को होगी।
- यह फिल्म विवेक अग्निहोत्री की फाइल्स त्रयी का हिस्सा है।
- फिल्म का ट्रेलर कोलकाता में रोका गया था।
मुंबई, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री की ‘द बंगाल फाइल्स’ इस वर्ष की सबसे प्रतीक्षित फिल्मों में से एक है। इसके ट्रेलर लॉन्च के दौरान कोलकाता में काफी हंगामा हुआ। प्रशासन ने इस फिल्म के ट्रेलर को वहां प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं दी।
अब इस फिल्म को प्रसिद्ध बंगाली अभिनेता विक्टर बनर्जी का समर्थन प्राप्त हुआ है। उन्होंने इस फिल्म को लेकर राष्ट्रपति से एक विशेष अपील की है।
‘द बंगाल फाइल्स’ 16 अगस्त 1946 को कोलकाता में हुए ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ की पृष्ठभूमि पर आधारित है। इसके निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री हैं। इस फिल्म का समर्थन करते हुए विक्टर बनर्जी ने कहा, “हमें लगता है कि पश्चिम बंगाल में इस फिल्म की स्क्रीनिंग को जानबूझकर रोका जा सकता है। ऐसे कदम सिर्फ कला की स्वतंत्रता को बाधित नहीं करते, बल्कि लोगों को सच जानने और अपनी सोच रखने के अधिकार से भी वंचित करते हैं। इसलिए हम भारत की माननीय राष्ट्रपति से अपील करते हैं कि फिल्म की स्क्रीनिंग बिना किसी डर या रुकावट के शांतिपूर्वक हो और कलाकारों व दर्शकों के अधिकार सुरक्षित रहें।”
फिल्म को चारों ओर से मिल रहे प्यार और समर्थन से विवेक रंजन अग्निहोत्री भी संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ की स्क्रीनिंग 5 सितंबर 2025 को होने वाली है। यह फिल्म बंगाल और भारत के इतिहास के एक काले और दर्दनाक अध्याय को उजागर करने का एक साहसी प्रयास है। लेकिन चिंता की बात यह है कि कोलकाता में ट्रेलर लॉन्च इवेंट के दौरान फिल्म का ट्रेलर अवैध तरीके से रोक दिया गया।”
‘द बंगाल फाइल्स’ को अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक रंजन अग्निहोत्री ने प्रोड्यूस किया है। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार जैसे कलाकार शामिल हैं। यह फिल्म 5 सितंबर, 2025 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। यह फिल्म तेज नारायण अग्रवाल और आई एम बुद्धा प्रोडक्शंस द्वारा प्रस्तुत की गई है। यह विवेक अग्निहोत्री की ‘फाइल्स’ त्रयी का हिस्सा है, जिसमें ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द ताशकंद फाइल्स’ भी शामिल हैं।