क्या दिव्या दत्ता ने 'मायासभा' में सशक्त महिला का किरदार निभाने का अनुभव शानदार बताया?

सारांश
Key Takeaways
- दिव्या दत्ता ने 'मायासभा' में सशक्त महिला का किरदार निभाया।
- पुरुष-प्रधान दुनिया में महिलाएं अपनी पहचान बना सकती हैं।
- निर्देशक का स्पष्ट दृष्टिकोण एक एक्टर के लिए महत्वपूर्ण होता है।
- काम की ताकत और विशेषताएँ हमेशा पहचान में आती हैं।
- सीरीज 'मायासभा' को सोनी लिव पर देखा जा सकता है।
मुंबई, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री दिव्या दत्ता की वेब सीरीज 'मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स' बुधवार को लॉन्च हो चुकी है। इस सीरीज में दिव्या एक सशक्त महिला के किरदार में नजर आ रही हैं। उन्होंने पुरुष-प्रधान दुनिया में एक मजबूत महिला का किरदार निभाने के अपने अनुभव को साझा किया।
दिव्या से पूछा गया कि 'मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स' में वह एक ऐसी महिला के किरदार में हैं जो पुरुष-प्रधान दुनिया का सामना कर रही है। इस तरह के मजबूत किरदार को निभाने का अनुभव कैसा रहा? इसके जवाब में दिव्या ने कहा कि यह अनुभव 'जबरदस्त' था।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में दिव्या ने कहा, "एक सशक्त महिला के किरदार को निभाना बहुत शानदार रहा। अगर आप अपने काम को अच्छे से करते हैं, तो आप उसमें अपनी पहचान बना लेते हैं। चाहे वह एक्टिंग हो, राजनीति या कोई और क्षेत्र, आप अपनी छाप छोड़ने में सफल होते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि आपको हर जगह सराहना न मिले, लेकिन लोग आपके काम की ताकत और विशेषताओं को नोटिस करेंगे।"
अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कहा कि उनके किरदार इरावती को निर्देशक देवा कट्टा के स्पष्ट दृष्टिकोण ने आकार दिया, जिससे उन्हें एक अभिनेत्री के रूप में न केवल मदद मिली बल्कि आत्मविश्वास और स्पष्टता भी मिली।
उन्होंने बताया, "मेरा 'इरावती' का किरदार पूरी तरह निर्देशक के विजन पर आधारित है। जब निर्देशक का दृष्टिकोण स्पष्ट हो तो यह एक एक्टर के लिए बहुत सुकून देने वाला अनुभव होता है। उन्होंने किरदार की बारीकियों, जैसे कि खास नजरिया या प्रभाव डालने वाली अभिव्यक्ति, के बारे में स्पष्ट निर्देश दिए।"
'मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स' को सोनी लिव पर देखा जा सकता है।