क्या अभिनेत्री निकिता घाग और उसके साथियों ने फिल्म निर्माता से बंदूक की नोक पर 10 लाख ट्रांसफर कराए?

सारांश
Key Takeaways
- बॉलीवुड में बढ़ता अपराध
- निर्माताओं की सुरक्षा का मुद्दा
- कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता
- बंदूक के बल पर धन की मांग
- पुलिस की भूमिका
मुंबई, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड से जुड़े अंधेरी वेस्ट क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना का खुलासा हुआ है। फिल्म निर्माता कृष्णकुमार वीरसिंह मीणा उर्फ के. कुमार (48) ने दावा किया है कि अभिनेत्री निकिता घाग और उसके सहयोगियों ने उन्हें बंधक बनाकर बंदूक की नोक पर 10 लाख रुपए जबरन ट्रांसफर करवा दिए। इस घटना के बाद अंबोली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
कृष्णकुमार ने बताया कि 14 अगस्त की शाम, निकिता घाग 10 से अधिक लोगों के साथ उनके स्टूडियो, चित्रलेखा हेरिटेज पहुंची। उस समय कुमार अपने केबिन में कुछ कलाकारों और दोस्तों के साथ थे। अचानक 10 से 15 लोग अंदर आ गए, गाली-गलौज की और सभी को बाहर निकाल दिया।
शिकायतकर्ता के अनुसार, इनमें से एक युवक ने खुद को ‘दादा’ बताकर अपना नाम विवेक जगताप बताया। इसके बाद निकिता और उसके साथियों ने निर्माता पर झूठे आरोप लगाते हुए बदनाम करने की धमकी दी और 25 लाख रुपए की मांग की। विरोध करने पर कथित तौर पर मारपीट की गई। इस दौरान एक आरोपी ने चाकू निकाला, जबकि जगताप ने कमर में रखी पिस्तौल दिखाकर डराया।
इस भयावह माहौल में निर्माता को अपने मोबाइल फोन और ओटीपी वेरिफिकेशन के जरिए 10 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने पड़े। आरोपियों ने उनके कर्मचारी से जबरन एक ईमेल भी लिखवाया, जिसमें उक्त रकम को निकिता घाग की एक्टिंग फीस का एडवांस बताया गया।
निर्माता ने कहा कि उन्हें करीब तीन घंटे तक स्टूडियो में बंधक बनाए रखा गया और जाते समय स्टाफ को भी धमकाया गया कि यदि पुलिस में शिकायत की गई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
फिल्म निर्माता की शिकायत पर अंबोली पुलिस स्टेशन ने अभिनेत्री निकिता घाग, विवेक जगताप उर्फ दादा और उनके अन्य 10-15 सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।