क्या परमिश वर्मा गानों की संख्या और लाइक्स की चिंता छोड़कर अपने काम पर गर्व करने की बात कर रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- संगीत में ईमानदारी बनाए रखना जरूरी है।
- क्रिएटिविटी पर ध्यान केंद्रित करें।
- किसान की तरह कलाकार भी अपने काम पर गर्व कर सकता है।
- सुपरहिट गाना सफलता का मुख्य मापदंड नहीं है।
- दर्शकों से जुड़ाव महत्वपूर्ण है।
मुंबई, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाबी म्यूजिक और फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध गायक और अभिनेता परमिश वर्मा वर्तमान में रियलिटी शो 'आई पॉपस्टार' को लेकर चर्चा में हैं। वह इस शो का प्रमोशन लगातार कर रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने संगीत और कलाकार की जिम्मेदारी पर राष्ट्र प्रेस से अपने विचार साझा किए।
परमिश ने कहा कि उनके लिए संगीत की सफलता केवल हिट गाने बनाने तक सीमित नहीं है। उनका मानना है कि एक कलाकार की असली जिम्मेदारी अपने काम में ईमानदारी और क्रिएटिविटी बनाए रखना है।
उन्होंने बताया, ''मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है एक ऐसा गाना बनाना, जिसका प्रभाव समय के साथ भी बना रहे। जैसे किसान बीज बोता है और उम्मीद करता है कि फसल अच्छी आएगी, वैसे ही कलाकार अपना गाना बनाता है और उम्मीद करता है कि लोग उसे पसंद करेंगे।''
परमिश ने कहा कि कलाकार को तुरंत परिणाम की चिंता नहीं करनी चाहिए। हो सकता है कि कुछ गाने तुरंत लोकप्रिय न हों, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनका प्रयास या क्रिएटिविटी बेकार है। किसान की तरह, कलाकार भी अपने काम पर गर्व महसूस कर सकता है।
उन्होंने आगे कहा, ''सुपरहिट गाना बनाना मेरे लिए सफलता का मुख्य मापदंड नहीं है। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात क्रिएटिविटी है। मैं चाहता हूं कि गाना उसी तरह बने जैसा मैंने सोचा था। कुछ बीज सही तरीके से अंकुरित नहीं होते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम फिर से बीज लगाना छोड़ दें। इसी तरह, कलाकार के गाने का असर समय के साथ सामने आता है। इस दृष्टिकोण से कलाकार अपने काम में विश्वास रख सकते हैं और अपनी मेहनत पर गर्व कर सकते हैं।''
उन्होंने कहा कि कलाकारों को यह चिंता नहीं करनी चाहिए कि उनके गाने कितनी बार सुने गए या कितने लाइक्स मिले। इस पहलू का ध्यान उनकी टीम रखती है, जिसमें सोशल मीडिया और फाइनेंस एक्सपर्ट्स शामिल होते हैं। कलाकार को अपने काम में ईमानदारी बनाए रखनी चाहिए, लेकिन इतना अलग या जटिल नहीं कि लोग उससे जुड़ न पाएं। संगीत में संतुलन जरूरी है, ताकि क्रिएटिविटी और दर्शकों की पसंद दोनों साथ में रहें।''
इसके अलावा, परमिश ने कलाकारों को यह भी याद दिलाया कि उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का ध्यान रखना चाहिए। क्रिएटिविटी के अलावा, दर्शकों से भी जुड़ाव रहना चाहिए।