क्या दिव्या दत्ता चाहती हैं कि उनका हर किरदार दर्शकों के दिल में बस जाए?

सारांश
Key Takeaways
- दिव्या दत्ता ने अपनी करियर की सफलता के बारे में बात की।
- उनकी नई वेब सीरीज मायासभा दर्शकों के बीच चर्चित है।
- दिव्या का मानना है कि हर किरदार को दर्शकों के दिल में जगह मिलनी चाहिए।
- उन्होंने शादी को लेकर अपने विचार साझा किए।
- दिव्या ने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के संतुलन पर जोर दिया।
मुंबई, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेत्री दिव्या दत्ता इस समय अपनी नई रिलीज़ वेब सीरीज मायासभा को लेकर चर्चा में हैं। यह एक दक्षिण भारतीय राजनीतिक-थ्रिलर वेब सीरीज है।
नेशनल अवॉर्ड विजेता दिव्या दत्ता ने कई बेहतरीन भूमिकाओं में दर्शकों का दिल जीता है। छावा में उन्होंने सोराबाई नामक एक खलनायिका का किरदार निभाया, जबकि स्पेशल ऑप्स में सादिया कुरैशी के रूप में दर्शकों पर छाप छोड़ी। बंदिश बैंडिट्स में एक अनुभवी संगीतकार के रूप में उनकी अदाकारी भी सराहनीय रही।
दिव्या ने कहा, "मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसी कहानियों का हिस्सा बनने का अवसर मिला जो मुझे चुनौती देती हैं और मानवीय भावनाओं के विभिन्न पहलुओं की खोज करने का मौका देती हैं। मैं चाहती हूं कि मेरा हर किरदार दर्शकों के दिल में हमेशा के लिए बस जाए।"
अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात करते हुए उन्होंने खुलासा किया कि पहले वे शादी करना चाहती थीं, लेकिन समय के साथ उन्होंने सिंगल रहने का निर्णय लिया। उनका मानना है कि एक शांत और अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने वाला जीवन जीना बेहतर है, बजाय इसके कि किसी विषाक्त रिश्ते में फंसें।
उन्होंने कहा, "बिल्कुल, यह समय के साथ अपने आप हो गया। मैं शादी को लेकर बहुत उत्साहित थी। मैं उन सभी फिल्मों में पूरी तरह से रमी हुई थी जिन्हें देखकर मैं बड़ी हुई थी। यशजी की फिल्में, करण जौहर की फिल्में, जहां आप सभी रस्मों को निभाते हैं और खुश रहते हैं।"
आगे उन्होंने कहा, "लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि एक ऐसे पेशे में जो बहुत डिमांडिंग है, एक ऐसा साथी होना आवश्यक है जो इस पेशे की जटिलताओं को समझता हो।"