क्या फारूक कबीर की 'सलाकार' ने मचाया धमाल? दूसरे सीजन पर निर्देशक ने दिया बड़ा हिंट

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क्या फारूक कबीर की 'सलाकार' ने मचाया धमाल? दूसरे सीजन पर निर्देशक ने दिया बड़ा हिंट

सारांश

फारूक कबीर की थ्रिलर वेब सीरीज 'सलाकार' दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। निर्देशक ने दूसरे सीजन की संभावनाओं पर अपनी राय साझा की है, जो दर्शकों की रुचि पर निर्भर करेगी। क्या आप भी इसके दूसरे भाग का इंतजार कर रहे हैं?

Key Takeaways

  • दर्शकों के प्यार पर निर्भर करता है दूसरा सीजन।
  • 'सलाकार' जासूसी के इतिहास को उजागर करती है।
  • फारूक कबीर ने इसे इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा कहा।
  • 1978 का अध्ययन महत्वपूर्ण था।
  • सीरीज की कहानी अलग है, जो कश्मीर से भिन्न है।

मुंबई, ११ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। निर्देशक फारूक कबीर की थ्रिलर वेब सीरीज 'सलाकार' अब स्ट्रीम हो रही है। दूसरे सीजन के बारे में चर्चा करते हुए निर्देशक ने कहा कि यह सब दर्शकों के प्यार पर निर्भर करता है।

वास्तव में, सीरीज के पहले सीजन की समाप्ति में दूसरे सीजन के लिए उत्सुकता बढ़ाते हुए पात्रों को कहते हुए सुना जा सकता है, "हम फिर मिलेंगे", जिससे ये संकेत मिलते हैं कि शो का दूसरा भाग भी आ सकता है।

जब राष्ट्र प्रेस ने फारूक कबीर से पूछा, "क्या शो का दूसरा सीजन आएगा?" तो उन्होंने उत्तर दिया, "यह सब दर्शकों के प्यार पर निर्भर करता है। यदि वे चाहेंगे, तो जियो हॉटस्टार सीजन-२ बनाने पर जरूर विचार कर सकता है। हमारी स्क्रिप्ट तैयार है, अब देखते हैं आगे क्या होता है।"

फारूक ने 'सलाकार' के बारे में बताया कि वे इसे इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय मानते हैं। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा जासूसी हिस्सा है जो इतिहास से जुड़ा है, जिसे हमें स्कूल की किताबों में नहीं पढ़ाया गया है।"

उन्होंने बताया कि पहले ऐसी जानकारियों को गुप्त रखा जाता था, लेकिन अब धीरे-धीरे इसे सामने लाया जा रहा है। जब वे इस सीरीज पर रिसर्च कर रहे थे, तब उन्हें पता चला कि १९७८ में 'सलाकार' से जुड़ा एक अध्याय भारत की जासूसी के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण था।

फारूक कबीर ने कहा, "इस ऑपरेशन के कारण पाकिस्तान को पहला परमाणु बम बनाने में करीब दस साल की देरी हुई थी।"

जब उनसे पूछा गया कि 'सलाकार' बाकी भारत-पाकिस्तान पर बनी कहानियों से कैसे भिन्न है, तो उन्होंने कहा, "ज्यादातर भारत-पाकिस्तान पर बनी फिल्में या सीरीज कश्मीर, आतंकवाद और उससे जुड़े मुद्दों पर आधारित हैं। लेकिन, 'सलाकार' की कहानी पूरी तरह अलग है। यह दोनों देशों के बीच की जासूसी के इतिहास पर आधारित है।"

उन्होंने यह भी जोड़ा, "सीरीज और मिलिट्री जनरल जिया के बीच का रिश्ता बहुत जटिल और अनोखा है, जिसे मैंने पहले कभी किसी स्क्रीन पर नहीं देखा। हर खलनायक सोचता है कि वह सही कर रहा है। जनरल जिया अपने देश के लिए काम कर रहा था, और 'सलाकार' भारत के लिए। दोनों अपने विश्वास और सोच के अनुसार काम करते हैं।"

Point of View

'सलाकार' सिर्फ एक थ्रिलर नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य भी प्रस्तुत करती है। यह दर्शाती है कि कैसे जासूसी और राजनीति के बीच का रिश्ता जटिल होता है, और यह हमें भारतीय इतिहास के उन पहलुओं से परिचित कराती है जिन पर चर्चा नहीं की गई।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'सलाकार' का दूसरा सीजन आएगा?
निर्देशक फारूक कबीर ने बताया है कि यह सब दर्शकों के प्यार पर निर्भर करेगा।
'सलाकार' की कहानी किस पर आधारित है?
'सलाकार' भारत और पाकिस्तान के बीच की जासूसी के इतिहास पर आधारित है।
फारूक कबीर ने 'सलाकार' को क्यों महत्वपूर्ण माना?
उन्होंने इसे इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय बताया है जो स्कूल की किताबों में नहीं पढ़ाया गया।