क्या ईशान खट्टर ने इंडस्ट्री में 8 घंटे की शिफ्ट पर अपने विचार साझा किए?

सारांश
Key Takeaways
- काम के प्रति जुनून और दूसरों की भलाई का ध्यान रखना आवश्यक है।
- हॉलीवुड और बॉलीवुड में काम करने के तरीकों में महत्वपूर्ण अंतर हैं।
- निकोल किडमैन के साथ काम करना एक अद्भुत अनुभव रहा।
- 'होमबाउंड' ऑस्कर 2026 के लिए भारत की आधिकारिक फिल्म है।
- दोस्ती और सपनों की परीक्षा जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मुंबई, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म इंडस्ट्री में लंबे वर्किंग शिफ्ट पर बहस चल रही है। एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 में बॉलीवुड अभिनेता ईशान खट्टर ने इंडस्ट्री में 8 घंटे की शिफ्ट के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
ईशान खट्टर ने कहा कि काम के प्रति जुनून के साथ दूसरों की भलाई का भी ध्यान रखना आवश्यक है।
उन्होंने कहा, "मैं ऐसे सेट पर रहा हूं, जहां कभी-कभी समय के नियमों का उल्लंघन हुआ है, लेकिन मैं यह मानता हूं कि यह एक महत्वपूर्ण चर्चा है। लोगों का ध्यान रखना चाहिए। अभिनेता के नाते यह कहना कि मैं सिर्फ इतने घंटे काम करूंगा, एक विशेषाधिकार है, लेकिन हमें दूसरों का भी ख्याल रखना चाहिए। अभिनय एक जुनूनी काम है, कभी-कभी हम शिफ्ट से आगे बढ़ जाते हैं।"
हॉलीवुड और बॉलीवुड में काम करने के तरीके में अंतर पर उन्होंने कहा, "यहां का खाना बेहतर है। हम सभी कहानीकार हैं और सभी का काम एक जैसा है, लेकिन काम करने के तरीके अलग हैं। यहाँ सब कुछ व्यवस्थित है, परंतु चीजें थोड़ी बेतरतीब हैं। हर कोई अपनी दुनिया में है, लेकिन इस पागलपन का भी एक तरीका है। हम बहुत जुगाड़ू और जुनूनी हैं, हम जरूरत से ज्यादा घंटे काम करते हैं।"
ईशान ने ‘द परफेक्ट कपल’ में निकोल किडमैन के साथ काम करने का अनुभव साझा किया।
उन्होंने कहा, "वह एक आदर्श हैं। निकोल में एक युवा कलाकार जैसी ईमानदारी थी, जो मैंने अपने कुछ युवा सह-कलाकारों में नहीं देखी। उनके साथ काम करना अद्भुत रहा।"
हाल ही में, ईशान को विशाल जेठवा और जान्हवी कपूर के साथ फिल्म ‘होमबाउंड’ में देखा गया था। नीरज घायवान ने इस फिल्म का निर्देशन किया है, जो ऑस्कर 2026 के लिए भारत की आधिकारिक फिल्म के रूप में चुनी गई है।
फिल्म बचपन के दोस्तों, शोएब (ईशान खट्टर) और चंदन (विशाल जेठवा) के इर्द-गिर्द घूमती है। वे पुलिस में भर्ती होना चाहते हैं, लेकिन वक्त उनकी दोस्ती और सपनों की कड़ी परीक्षा लेता है।