क्या जुबीन गर्ग की जयंती पर असम के सीएम ने ऐतिहासिक घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- जुबीन गर्ग की 53वीं जयंती पर महत्वपूर्ण कानूनी घोषणा।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दी कानूनी मंजूरी।
- आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध।
- जुबीन गर्ग की आवाज का असमिया संगीत पर गहरा प्रभाव।
- सामाजिक संगठनों और प्रशंसकों की न्याय की मांग।
गुवाहाटी, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के प्रसिद्ध गायक और सांस्कृतिक प्रतीक जुबीन गर्ग की मंगलवार को 53वीं जयंती पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जुबीन गर्ग के मामले में आगे बढ़ने के लिए कानूनी मंजूरी प्रदान की है।
यह मंजूरी विशेष रूप से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के सेक्शन 208 के अंतर्गत दी गई है, जो भारत के बाहर होने वाली घटनाओं के मामलों में न्यायिक कार्रवाई से पहले केंद्र सरकार की अनुमति को आवश्यक बनाता है।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि इस मंजूरी के साथ अब मामले के आरोपी के खिलाफ औपचारिक रूप से कार्रवाई की जा सकती है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह मंजूरी एक महत्वपूर्ण कानूनी कदम है, जो सुनिश्चित करती है कि मुकदमा सही और मजबूत कानूनी ढांचे के तहत चले। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार 10 दिसंबर तक आरोपी के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जुबीन की आवाज ने आधुनिक असमिया संगीत को नई पहचान दी। उनके गीतों में भावनात्मक गहराई थी, जो लोगों के दिलों को छू जाती थी। जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में हुआ था। उनकी मृत्यु को लेकर प्रशंसक, राजनीतिक नेता और सामाजिक संगठन मामले की पूरी जांच की मांग कर रहे हैं।
असम सरकार ने पहले ही यह सुनिश्चित किया था कि मामले की पूरी कानूनी प्रक्रिया के साथ-साथ सिंगापुर के अधिकारियों के साथ सहयोग भी किया जाएगा, ताकि मामले से जुड़ी सही जानकारी सामने आ सके। उनके प्रशंसक, सामाजिक संगठन और नेता उनके निधन के पीछे की सच्चाई जानने और न्याय पाने की उम्मीद में हैं।