क्या जस्टिन बीबर टूट चुके हैं? गुस्से की समस्या पर की खुलकर बात

सारांश
Key Takeaways
- मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है।
- अपनी असुरक्षाओं को दूसरों पर न थोपें।
- स्वयं की भावनाओं को शेयर करना महत्वपूर्ण है।
- प्रोत्साहन देने की अहमियत को समझें।
- खुद से ईमानदार रहना जरूरी है।
मुंबई, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। कनाडाई गायक जस्टिन बीबर ने एक बार फिर अपने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में गंभीर चिंताओं को साझा किया है।
उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि वह टूट चुके हैं और गुस्से की समस्या का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने लिखा, "लोग अक्सर मुझसे कहते हैं कि मुझे ठीक होना चाहिए। क्या आपको नहीं लगता कि अगर मैं खुद को ठीक कर सकता, तो पहले ही कर चुका होता? मुझे अपने टूटने का एहसास है और मैं जानता हूं कि मुझे गुस्से की समस्या है। मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी उन लोगों की तरह बनने की कोशिश की, जिन्होंने मुझसे कहा था कि मुझे उनके जैसा ठीक होना चाहिए। यह मुझे और अधिक थका देता है और गुस्से में डालता है।"
जस्टिन ने कहा कि वह खुद के बारे में सोचकर थक चुके हैं। उन्होंने लिखा, "जितना मैं आगे बढ़ने की कोशिश करता हूं, उतना ही खुद पर ध्यान केंद्रित करता हूं। यीशु ही एकमात्र ऐसा व्यक्ति है जो मुझे प्रेरित करता है कि मैं दूसरों के बारे में सोचूं। ईमानदारी से, मैं हाल ही में अपने बारे में सोचकर थक गया हूं।"
उन्होंने पहले भी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लोगों से अपील की थी कि वे अपनी असुरक्षाओं को एक-दूसरे पर न थोपें। जस्टिन ने लिखा, "मुझसे यह मत पूछो कि मैं ठीक हूं या नहीं। यह कठिन है। चलो हम एक-दूसरे को प्रोत्साहित करें, न कि अपनी असुरक्षाओं को एक-दूसरे पर थोपें। आपकी चिंता देखभाल के रूप में नहीं, बल्कि दमनकारी रूप में सामने आती है।"
हाल ही में, वह कैलिफोर्निया के मालिबू में सोहो हाउस के बाहर पैपराजी के साथ गर्मागरम बहस में शामिल हुए थे। वीडियो में उन्हें कैमरे से छिपने की कोशिश करते हुए देखा गया।