क्या के.के. मेनन वास्तव में इतने साधारण और मिलनसार हैं?

सारांश
Key Takeaways
- के.के. मेनन का व्यक्तित्व साधारण है।
- वह दूसरों को प्रोत्साहित करते हैं।
- करण टैकर ने उनके साथ बिताए अनुभव साझा किए।
- मेनन का कोई घमंड नहीं है।
- वह काम को आसान बनाते हैं।
मुंबई, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता करण टैकर ने अपनी वेब सीरीज 'स्पेशल ऑप्स 2' के सह-कलाकार के.के. मेनन की खुलकर प्रशंसा की। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि के.के. मेनन एक ऐसे व्यक्ति हैं जो ज़मीन से जुड़े हुए हैं। वह बेहद साधारण और मिलनसार इंसान हैं। वह हमेशा दूसरों को प्रेरित करते हैं और कभी भी किसी को कमतर महसूस नहीं कराते।
करण ने कहा, ''वह एक अच्छे और शालीन इंसान हैं। इस प्रमोशन के दौरान, मुझे उनके साथ खुलकर बातचीत करने का अवसर मिला, और यह पहली बार था जब मैंने उनके साथ इतना समय बिताया। मुझे सच में यह अनुभव बहुत पसंद आया।''
करण बताते हैं कि वह केवल एक प्रतिभाशाली अभिनेता नहीं, बल्कि एक उत्कृष्ट इंसान भी हैं।
उन्होंने आगे कहा, ''के.के. मेनन एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने सिद्धांतों पर चलते हैं। वह हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तत्पर रहते हैं। इन पांच दिनों में, मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे इस बड़े और अनुभवी अभिनेता के साथ व्यक्तिगत समय बिताने का मौका मिला। सबसे खास बात यह है कि उन्हें अपने स्टारडम का कोई घमंड नहीं है, जो एक सच्चे सितारे की पहचान होती है। वह कभी भी किसी को कमतर महसूस नहीं कराते।''
अभिनेता ने कहा कि के.के. मेनन बहुत आसानी से और तुरंत दोस्तों की तरह घुल-मिल जाते हैं।
करण ने कहा, ''उनकी वजह से काम करना आसान हो जाता है, खासकर मेरे जैसे नए कलाकारों के लिए। वह बहुत दोस्ताना, हंसमुख और गहरी सोच वाले इंसान हैं। एक अभिनेता के रूप में, उन्होंने उन कई चुनौतियों को पहले ही पार कर लिया है जिनका हम अब सामना कर रहे हैं, इसलिए उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।''
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने आगे कहा, ''सबको पता है कि वह एक बेहतरीन अभिनेता हैं। मैंने पहले सीजन में उनके साथ एक दृश्य किया था। इस शो में वह ज्यादातर ऑफिस में होते हैं और मैं अधिकतर बाहर फील्ड में, इसलिए हम अक्सर फोन पर बात करते हैं। लेकिन मेरा उनके साथ एक दृश्य था, जिसमें मैंने उनसे कहा था कि वह अपनी कार थोड़ा पीछे करें।''
अभिनेता ने कहा कि भले ही उस दृश्य में केवल दो पंक्तियाँ थीं, लेकिन उन्होंने कार के अंदर से इतनी सहजता लाई कि यह एक वास्तविक बातचीत की तरह प्रतीत हुआ।
करण ने कहा, ''यह बात मैंने उनसे सीखी है, वह कम बोलते हैं, लेकिन अपने हाव-भाव और अंदाज से बहुत कुछ समझा देते हैं।''