क्या कश्मीरा शाह की पानी पीने की सलाह से मिलेगी मानसिक शांति?
सारांश
Key Takeaways
- पानी शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है।
- रोज़ाना ज्यादा पानी पीने से मानसिक शांति मिलती है।
- आयुर्वेद में पानी को जीवन का आधार माना गया है।
- संतुलित मात्रा में पानी का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
- हाइड्रेशन दिमाग के कार्य करने में मदद करता है।
मुंबई, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री कश्मीरा शाह ने एक मनोरंजक वीडियो के ज़रिए पानी पीने के बारे में एक अनूठी सलाह साझा की। भले ही उनका अंदाज़ मजेदार था, परंतु आयुर्वेद और विज्ञान भी उनकी सलाह को मान्यता देते हैं। वीडियो में मेकअप आर्टिस्ट से बातचीत करते हुए कश्मीरा मजाक करते हुए कहती हैं कि रोज़ाना अधिक पानी पीने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है।
उनके अनुसार, अगर कोई व्यक्ति ज्यादा पानी पीता है तो उसे बार-बार वॉशरूम जाना पड़ता है, जिससे वह अनावश्यक बातचीत से बचता है और इस तरह मानसिक शांति प्राप्त करता है।
हंसी-मजाक में कही गई पानी पीने की यह सलाह आयुर्वेद और विज्ञान दोनों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद में पानी को जीवन का आधार माना गया है। यह शरीर के तीनों दोषों वात, पित्त, और कफ को संतुलित रखने में मदद करता है। उचित मात्रा में पानी पीने से पाचन क्रिया सही रहती है, शरीर से विषैले तत्व निकलते हैं और त्वचा पर निखार आता है। सुबह उठकर गुनगुना पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
विज्ञान भी पानी के महत्व को स्वीकार करता है। वैज्ञानिक अनुसंधानों के अनुसार, हमारे शरीर में लगभग 60 प्रतिशत पानी होता है। पानी ब्लड सर्कुलेशन, शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, और दिमाग तक ऑक्सीजन पहुँचाने में सहायक है। पर्याप्त पानी पीने से थकान कम होती है, ध्यान केंद्रित करने में सहायता मिलती है और मनोबल भी ऊँचा रहता है। हल्की डिहाइड्रेशन भी सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और थकावट पैदा कर सकती है।
यह समझना आवश्यक है कि पानी हमेशा संतुलित मात्रा में पीना चाहिए। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों मानते हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी हानिकारक हो सकता है। अत्यधिक पानी पीने से शरीर में नमक का संतुलन बिगड़ सकता है, जिसे वॉटर इंटॉक्सिकेशन कहा जाता है। इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि व्यक्ति को अपनी प्यास, मौसम, शारीरिक गतिविधि और उम्र के अनुसार पानी पीना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य की दृष्टि से पानी का दिमाग के साथ गहरा संबंध है। जब शरीर हाइड्रेटेड रहता है, तो दिमाग अच्छी तरह से कार्य करता है। इससे तनाव कम होता है और मन अधिक शांत रहता है। यही कारण है कि कई डॉक्टर और योग विशेषज्ञ दिनभर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहने की सलाह देते हैं, ताकि शरीर और मन दोनों संतुलित रहें।