क्या कोंकणा सेन ने अपनी मां अपर्णा सेन के 80वें जन्मदिन पर बधाई दी?
सारांश
Key Takeaways
- कोंकणा सेन ने अपनी मां अपर्णा सेन के लिए दिल से बधाई भेजी।
- अपर्णा सेन ने 9 नेशनल अवॉर्ड्स जीते हैं।
- अपर्णा सेन का फिल्मी करियर 1961 से शुरू हुआ।
- अपर्णा सेन का योगदान बंगाली सिनेमा में महत्वपूर्ण है।
- मां-बेटी का यह रिश्ता प्रेरणादायक है।
मुंबई, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री कोंकणा सेन ने रविवार को अपनी मां, प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक और अभिनेत्री अपर्णा सेन को जन्मदिन की बधाई दी।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर मां की एक खूबसूरत तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा, "जन्मदिन मुबारक हो मम्मा। आप मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। आपकी कहानियां मुझे हमेशा मोहित करती हैं, आप मेरी सबसे सुरक्षित जगह हैं, और मेरे जीवन का सबसे बड़ा सहारा। मुझे आप जैसी मां पाकर गर्व है।"
उन्होंने आगे कहा, "आपका अपनी शर्तों पर जीवन जीना, निडरता, साहस, प्यार और दयालुता के साथ हर पल को जीना, हमें प्रेरित करता है। आपके जैसी मां होना हर किसी के लिए संभव नहीं है। मैं ऊपर वाले से कामना करती हूं कि 10 साल बाद भी आप सबसे पहले जिंदगी का आनंद लें। 80वें जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं, मम्मा। आप सब कुछ खूबसूरत बना देती हैं! मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं।"
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने भी अपर्णा सेन को जन्मदिन की बधाई दी और उनके योगदान की सराहना की।
अपर्णा सेन बंगाली सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री, लेखक और निर्देशक हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में 9 नेशनल अवॉर्ड्स जीते हैं। उन्होंने '36 चौरंगी लेन' और 'गोयनार बख्शो' जैसी फिल्में निर्देशित कीं।
अपर्णा सेन ने 15 साल की उम्र में 1961 में सत्यजीत रे की एक फिल्म से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। वह 1960 और 1970 के दशकों की एक प्रमुख अभिनेत्री थीं और उन्होंने कई बंगाली फिल्मों में अभिनय किया है, जैसे 'तीन कन्या', 'मेमसाहेब', और 'राग अनुराग'।
अपर्णा सेन की खूबसूरती का हर कोई कायल था। एक इंटरव्यू में श्रुति हसन ने बताया था कि कमल हसन अपर्णा सेन को बहुत पसंद करते थे, जिस वजह से उन्होंने अभिनेत्री को प्रभावित करने के लिए बंगाली सीखी थी।