क्या एंटी-एजिंग दवाएं बनीं शेफाली जरीवाला की मौत का कारण?

सारांश
Key Takeaways
- शेफाली जरीवाला की मौत ने एंटी-एजिंग दवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
- पुलिस जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं।
- दवाओं का नियमित सेवन स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
- जांच के बाद ही मौत का असली कारण स्पष्ट होगा।
- स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
मुंबई, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की मौत के मामले में पुलिस जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण तथ्य उभरकर सामने आए हैं। जांच में ये पता चला है कि शेफाली पिछले सात से आठ वर्षों से नियमित रूप से एंटी-एजिंग दवाओं का सेवन कर रही थीं। 27 जून को उनके घर में पूजा का आयोजन था, जिसके चलते शेफाली व्रत पर थीं, लेकिन उन्होंने उसी दिन दोपहर में एंटी-एजिंग दवा का इंजेक्शन लिया। यह दवाएं उन्हें वर्षों पहले एक डॉक्टर की सलाह पर दी गई थीं, और तब से वह हर महीने इस ट्रीटमेंट का पालन कर रही थीं। पुलिस को संदेह है कि उनकी अचानक मृत्यु का एक प्रमुख कारण ये दवाएं भी हो सकती हैं, जिसके चलते कार्डियक अरेस्ट हुआ।
घटना के समय रात लगभग 10 से 11 बजे के बीच शेफाली की तबीयत अचानक बिगड़ गई, उनका शरीर कांपने लगा और वह बेहोश होकर गिर गईं। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया। घटना के समय उनके पति पराग, मां और कुछ अन्य सदस्य मौजूद थे। फॉरेंसिक टीम ने उनके घर से विभिन्न प्रकार की दवाएं जब्त की हैं, जिनमें एंटी-एजिंग वायल्स, विटामिन सप्लीमेंट्स और गैस्ट्रिक संबंधी गोलियां शामिल हैं। अब तक पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें परिवार के सदस्य, घरेलू नौकर और बेलेव्यू अस्पताल के डॉक्टर शामिल हैं।
जांच के दौरान किसी प्रकार के विवाद या झगड़े का कोई संकेत नहीं मिला है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और दवाओं की लैब जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही हैं, ताकि मौत के असली कारणों का पता लगाया जा सके। इस मामले में जांच जारी है और जल्द ही इस पर पूरी रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
बता दें कि शेफाली को गुरुवार देर रात 27 और 28 जून के बीच अचानक कार्डियक अरेस्ट हुआ। इसके बाद पति पराग त्यागी और तीन अन्य लोग उन्हें मुंबई के बेलेव्यू मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शेफाली जरीवाला ने 2002 में 1972 की फिल्म 'समाधि' के क्लासिक लता मंगेशकर के गाने के रीमिक्स 'कांटा लगा' के साथ अपनी पहचान बनाई थी। इस गाने के कारण वह 'कांटा गर्ल' के नाम से मशहूर हुईं।