क्या जख्म लगे तो मेडल समझना और मौत दिखे तो सलाम करना है, 'बैटल ऑफ गलवान' का टीजर बाहर आया?
सारांश
Key Takeaways
- सलमान खान का नया लुक और दमदार अभिनय।
- फिल्म का आधार गलवान घाटी संघर्ष है।
- कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू की कहानी।
- 45 दिनों की शूटिंग लद्दाख में हुई।
- संबंधित इंटरनेशनल मुद्दे पर ध्यान केंद्रित।
मुंबई, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' का टीजर शनिवार को जारी किया गया। अपने 60वें जन्मदिन पर, अभिनेता ने अपने प्रशंसकों को एक विशेष तोहफा देते हुए इस फिल्म का धमाकेदार टीजर इंस्टाग्राम पर साझा किया।
टीजर की शुरुआत सलमान खान की गंभीर आवाज से होती है, जिसमें वह कहते हैं, “जख्म लगे तो मेडल समझना और मौत दिखे तो सलाम करना... और कहना- जय बजरंग बली! बिरसा मुंडा की जय! भारत माता की जय!”
इस टीजर में सलमान को एक आर्मी ऑफिसर के रूप में दिखाया गया है। वह दुर्गम पहाड़ी इलाकों में लड़ते हुए नजर आते हैं, जहां बर्फीली हवाएं और ऊंचाई पर बहादुरी की मिसाल पेश की जाती है। एक्शन सीक्वेंस में, सलमान का किरदार दुश्मनों का सामना करता है। खून से लथपथ चेहरा, नुकीले हथियार और इंटेंस एक्सप्रेशंस उनके नए लुक को उजागर करते हैं, जिसमें वह जोश और देश के प्रति जज़्बात के साथ दुश्मनों के सामने सीना ताने खड़े नजर आते हैं।
फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' साल 2020 के गलवान घाटी संघर्ष पर आधारित है, जहां भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना का डटकर सामना किया था। सलमान इस फिल्म में कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू की भूमिका में हैं, जो उस संघर्ष में शहीद हुए थे और उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व लाखिया कर रहे हैं और इसमें सलमान के साथ चित्रांगदा सिंह मुख्य भूमिका में नजर आएंगी। यह दोनों की पहली ऑन-स्क्रीन जोड़ी है। फिल्म में सलमान और चित्रांगदा के साथ हीरा सोहल, अभिलाश चौधरी, अंकुर भाटिया जैसे अभिनेता भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।
लद्दाख में 45 दिनों की शूटिंग पूरी करने के बाद, सलमान ने इस भूमिका के लिए कड़ी मेहनत की है, जो उनकी फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन से स्पष्ट होती है। 'बैटल ऑफ गलवान' साल 2026 में रिलीज होगी।