क्या हर भारतीय को रवींद्र कौशिक की कहानी जाननी चाहिए? सनी हिंदुजा उनकी बायोपिक बनाना चाहते हैं
सारांश
Key Takeaways
- रवींद्र कौशिक एक महान जासूस थे, जिन्होंने भारत के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाईं।
- सनी हिंदुजा उनकी बायोपिक बनाने का इरादा रखते हैं।
- इस कहानी को जानना हर भारतीय के लिए आवश्यक है।
- उनका बलिदान और साहस हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।
मुंबई, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता सनी हिंदुजा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए जासूस रवींद्र कौशिक उर्फ ‘ब्लैक टाइगर’ को याद किया। उन्होंने बताया कि वह उनके प्रशंसक हैं और उनकी बायोपिक पर काम करने का इरादा रखते हैं।
इंस्टाग्राम पर किए गए अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि रवींद्र कौशिक की कहानी हर भारतीय को जाननी चाहिए और वे स्वयं उनकी जिंदगी पर बायोपिक बनाना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने 11 साल पहले आए टीवी सीरीज 'अदृश्य' में निभाए अपने किरदार के बारे में भी चर्चा की।
सनी ने कैप्शन में लिखा, “यह एक ऐसी कहानी है जो हर भारतीय को पता होनी चाहिए… 11 साल बीत चुके हैं, लेकिन रवींद्र कौशिक की कहानी हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगी। एपिक चैनल पर ‘अदृश्य’ के उस एपिसोड में उनका रोल करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात थी।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे आशा है कि और लोग उनकी कहानी पर चर्चा करेंगे और इस लिजेंड को अमर बनाएंगे। मैं इस बायोपिक को बनाने में दिलचस्पी रखता हूँ।”
रवींद्र कौशिक एक थिएटर आर्टिस्ट थे, जिन्होंने रॉ के लिए पाकिस्तान में काम किया। उन्हें 23 साल की उम्र में एक मिशन के लिए वहां भेजा गया था। उन्होंने अपनी पहचान छिपाते हुए उर्दू सीखी, वहां के संस्कृति को समझा और वहां के रंग में रंग गए। एक जासूस के तौर पर उन्होंने नबी अहमद शकीर से प्रशिक्षण लिया। दो साल की ट्रेनिंग के बाद वह 1972 में पाकिस्तान पहुंचे।
वहां उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की और भारत के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां भेजीं। उस समय के गृह मंत्री ने उन्हें ‘ब्लैक टाइगर’ का खिताब दिया था। 1983 में पकड़े जाने के बाद उन्हें पाकिस्तान की जेल में 16 साल तक यातनाएं दी गईं और 2001 में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई।
सनी हिंदुजा ने 2014 में एपिक टीवी की सीरीज ‘अदृश्य’ में रवींद्र कौशिक का किरदार निभाया था। उस भूमिका के बाद से वह कौशिक के फैन बन गए।