क्या शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना उचित है? मुकेश खन्ना ने दिया जवाब

सारांश
Key Takeaways
- शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
- यह पुरस्कार उनकी 40 वर्षों की मेहनत का सम्मान है।
- सभी पुरस्कार एक कलाकार के पूरे करियर को देखते हुए दिए जाते हैं।
- उर्वशी ने जूरी के निर्णय पर सवाल उठाया है।
- मुकेश खन्ना ने पुरस्कार की महत्वता को स्पष्ट किया।
मुंबई, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता मुकेश खन्ना ने हाल ही में शाहरुख खान को उनकी फिल्म 'जवान' के लिए मिले राष्ट्रीय पुरस्कार पर उठे प्रश्नों का जवाब दिया। खन्ना का कहना है कि शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर सवाल उठाना बेवजह है, क्योंकि वह पिछले 40 वर्षों से कठिन परिश्रम कर रहे हैं।
दक्षिण भारतीय अभिनेत्री उर्वशी ने शाहरुख खान के राष्ट्रीय पुरस्कार के चयन पर सवाल उठाए और जूरी के निर्णय की निष्पक्षता पर संदेह जताया।
उर्वशी ने पूछा कि शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार क्यों दिया गया और इसके लिए कौन से मानदंड निर्धारित किए गए?
इस पर मुकेश खन्ना ने अपनी राय व्यक्त करते हुए राष्ट्र प्रेस से कहा कि यह पुरस्कार किसी अभिनेता के संपूर्ण करियर की सराहना के लिए होता है, और शाहरुख खान को 40 साल के अपने फिल्मी सफर के बाद यह सम्मान मिलना एकदम उचित है।
उन्होंने कहा, "जो लोग यह कहते हैं कि शाहरुख खान को इस फिल्म के लिए नहीं, बल्कि 'स्वदेश' के लिए पुरस्कार मिलना चाहिए था, उन्हें समझना चाहिए कि किसी बड़े कलाकार के पूरे करियर को एक पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।"
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "जैसे ए.आर. रहमान को 'जय हो' के लिए ऑस्कर मिला, क्या किसी ने यह सवाल किया कि उन्हें पहले के अद्भुत संगीत के लिए यह सम्मान क्यों नहीं मिला?"
उन्होंने कहा कि पुरस्कारों का मूल्यांकन हमेशा एक कलाकार के पूरे योगदान और उसकी मेहनत को ध्यान में रखते हुए किया जाता है, न कि किसी एक फिल्म के आधार पर।
मुकेश खन्ना ने कहा, "शाहरुख खान को यह पुरस्कार मिलने के बाद कुछ लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन यह किसी की सफलता पर सवाल उठाने का नहीं, बल्कि उनके संघर्ष और मेहनत का सम्मान करने का अवसर है।"