क्या ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर रोक लगेगी? दिल्ली हाईकोर्ट में 30 जुलाई को होगी सुनवाई

सारांश
Key Takeaways
- फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर रोक लगी है।
- दिल्ली हाईकोर्ट में 30 जुलाई को सुनवाई होगी।
- सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म में छह कट करने की सिफारिश की है।
- फिल्म कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित है।
- याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि यह फिल्म मुस्लिम समुदाय को बदनाम करती है।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान, उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज को लेकर सोमवार को सुनवाई हुई। दिल्ली हाईकोर्ट ने संकेत दिया कि इस मामले की अगली सुनवाई अब 30 जुलाई को होगी। कोर्ट को बताया गया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म में कुछ संशोधनों के बाद इसे दोबारा सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से सर्टिफिकेट लेने के लिए कहा है।
कोर्ट के मुताबिक, इस प्रक्रिया में समय लगेगा, इसलिए फिल्म की रिलीज को फिलहाल टाल दिया गया है।
फिल्म के निर्माता की तरफ से सीनियर एडवोकेट गौरव भाटिया ने कोर्ट में कहा कि मंत्रालय की सिफारिशों के अनुसार फिल्म में छह कट लगाए गए हैं और डिस्क्लेमर में भी संशोधन किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले सीबीएफसी ने फिल्म को 55 कट के साथ मंजूरी दी थी, लेकिन नए संशोधनों के बाद अब दोबारा सर्टिफिकेशन की आवश्यकता है। इस पर कोर्ट ने स्पष्ट किया कि सर्टिफिकेशन पूरा होने के बाद ही फिल्म की रिलीज की अनुमति दी जाएगी।
‘उदयपुर फाइल्स’ 2022 में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित है, जिसमें मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस को आरोपी बनाया गया था। उन्होंने कथित तौर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में हत्या को अंजाम दिया था। फिल्म के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी और हत्याकांड के एक आरोपी मोहम्मद जावेद ने याचिका दायर की है। उनका कहना है कि यह फिल्म मुस्लिम समुदाय को बदनाम करती है और चल रहे मुकदमे को प्रभावित कर सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने पहले याचिकाकर्ताओं को दिल्ली हाईकोर्ट में जाने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने यह भी कहा था कि मंत्रालय के फैसले को चुनौती दी जा सकती है। अब सभी की नजरें 30 जुलाई की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि फिल्म को रिलीज की अनुमति मिलेगी या नहीं।