क्या एक्ट्रेस मोना सिंह ने हमेशा ऑनलाइन रहने वालों को दी अनमोल सलाह?
सारांश
Key Takeaways
- असली कनेक्शन का महत्व
- टेक्नोलॉजी का सही उपयोग
- समय प्रबंधन की आवश्यकता
- महिलाओं के संघर्ष और प्रेरणा
- भावनात्मक जुड़ाव में कमी
मुंबई, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज के डिजिटल युग में, जहाँ हर कोई मोबाइल और इंटरनेट में खोया रहता है, कुछ कहानियाँ हमें रुकने और अपने आस-पास की दुनिया से जुड़ने की याद दिलाती हैं। इसी क्रम में, वेब सीरीज 'थोड़े दूर थोड़े पास' ने दर्शकों का दिल जीत लिया है।
यह शो यह दर्शाता है कि कैसे आधुनिक भारतीय परिवार अक्सर ऑनलाइन रहते हैं, लेकिन असली कनेक्शन में कमी महसूस करते हैं। इस शो की सफलता में अभिनेत्री मोना सिंह की अदाकारी को विशेष सराहना मिल रही है, जिन्होंने इसमें सिमरन का किरदार निभाया है।
मोना सिंह का मानना है कि वर्तमान समय में असली शांति तभी मिलती है जब हम यह जान लें कि हमें कब हाँ कहना है और कब नहीं। टेक्नोलॉजी से पूरी तरह दूर रहना आवश्यक नहीं है, लेकिन समय का प्रबंधन करना बहुत जरूरी है। यह केवल मोबाइल बंद करने की बात नहीं है, बल्कि अपने परिवार और दोस्तों से जुड़ने के बारे में है।
शो में सिमरन की भूमिका के बारे में बात करते हुए, मोना ने कहा, "मैंने यह किरदार इसलिए चुना क्योंकि सिमरन परफेक्ट नहीं है। वह मजबूत है, लेकिन कभी-कभी शंका, डर और सीखने की प्रक्रिया से गुजरती है। सिमरन उन महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं जो आज हर दिशा में अपना सर्वोत्तम देने की कोशिश कर रही हैं। उसका संघर्ष और ईमानदारी दर्शकों को भावुक करेगी।"
को-स्टार कुनाल रॉय कपूर के साथ काम करने के अनुभव के बारे में मोना ने कहा, "कुनाल के साथ तुरंत एक कनेक्शन बन गया, जिससे ऑन-स्क्रीन पति-पत्नी का रिश्ता बेहद स्वाभाविक लग रहा था। वह हर दृश्य में ह्यूमर और गर्मजोशी लेकर आते थे। उनके साथ बिताए गए छोटे-छोटे लम्हे और नजरें असली लगती थीं।"
'थोड़े दूर थोड़े पास' की कहानी एक आधुनिक भारतीय परिवार की है, जो हमेशा ऑनलाइन रहता है, लेकिन असली भावनात्मक जुड़ाव में कमी महसूस करता है। इस शो की सफलता का एक बड़ा कारण इसकी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ाव है।
सीरीज का निर्देशन प्रशांत भागिया ने किया है और प्रोडक्शन मनीष त्रेहन ने संभाला है। 'थोड़े दूर थोड़े पास' जी5 पर स्ट्रीम हो रही है।