क्या सोहा अली खान ने कॉर्पोरेट जॉब से बड़े पर्दे तक का सफर तय किया?

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क्या सोहा अली खान ने कॉर्पोरेट जॉब से बड़े पर्दे तक का सफर तय किया?

सारांश

सोहा अली खान का सफर कॉर्पोरेट से लेकर बॉलीवुड तक बेहद प्रेरणादायक है। एक साधारण जीवन से शुरू होकर, उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई। आइए जानते हैं उनकी कहानी के बारे में।

Key Takeaways

  • सोहा अली खान का सफर प्रेरणादायक है।
  • उन्होंने कॉर्पोरेट जॉब से बॉलीवुड में कदम रखा।
  • उनकी पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
  • उन्होंने आत्मकथा लिखकर अपने अनुभव साझा किए।
  • सोहा का परिवार फिल्म इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

मुंबई, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड की अदाकारा सोहा अली खान का सफर अन्य कलाकारों से कुछ अलग और दिलचस्प रहा है। फिल्मों में कदम रखने से पहले उनका जीवन साधारण था। उन्होंने कॉर्पोरेट क्षेत्र में कार्य किया, जहां उनकी वार्षिक सैलरी लगभग दो लाख रुपये थी। मुंबई

सोहा अली खान का जन्म 4 अक्टूबर 1978 को नई दिल्ली में हुआ था। वे पूर्व क्रिकेट कप्तान मंसूर अली खान पटौदी और प्रसिद्ध अभिनेत्री शर्मिला टैगोर की संतान हैं। इस परिवार में क्रिकेट और कला दोनों का समृद्ध इतिहास है। उनके भाई सैफ अली खान और भाभी करीना कपूर खान भी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने चेहरे हैं।

फिल्मी परिवार में जन्मे होने के बावजूद, सोहा ने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों से नहीं की। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और इसके बाद लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से 'अंतरराष्ट्रीय संबंधों' में मास्टर डिग्री प्राप्त की। पढ़ाई पूरी करने के पश्चात उन्होंने मुंबई में एक कॉर्पोरेट नौकरी की, जिसमें उनकी सालाना सैलरी लगभग दो लाख रुपये थी। उस समय उन्होंने मुंबई के एक कमरे का किराया भी स्वयं वहन किया, जो 17,000 रुपये प्रति माह था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उस समय कॉर्पोरेट जॉब में पैसे कमाना ठीक था, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री की ओर आकर्षण अधिक था।

इसके बाद, उन्होंने फिल्म की ओर कदम बढ़ाया और 2004 में शाहिद कपूर के साथ फिल्म 'दिल मांगे मोर' से अपने करियर की शुरुआत की। हालाँकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही, लेकिन सोहा ने हार नहीं मानी। उन्होंने कई अन्य फिल्मों में भी काम किया, जैसे 'रंग दे बसंती', 'आहिस्ता आहिस्ता', 'खोया खोया चांद', 'मुंबई मेरी जान', 'दिल कबड्डी', 'साहेब, बीवी और गैंगस्टर', और 'घायल वन्स अगेन'।

'रंग दे बसंती' में सोहा के अभिनय की विशेष सराहना हुई और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए कई पुरस्कारों में नामांकित किया गया। हालाँकि उनकी अधिकांश फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हर बार अपने काम को बेहतर बनाया और दर्शकों के बीच अपनी अलग पहचान बनाई।

सोहा केवल अभिनय तक सीमित नहीं रहीं। उन्होंने 2017 में अपनी आत्मकथा 'द पेरिल्स ऑफ बीइंग मॉडरैटली फेमस' लिखी, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के अनुभव और फिल्म इंडस्ट्री की चुनौतियों को बेबाकी से साझा किया। इस किताब को बहुत सराहा गया और इसे क्रॉसवर्ड बुक अवार्ड भी मिला। इसके अलावा, सोहा ने हाल ही में अपना पॉडकास्ट 'ऑल अबाउट हर' शुरू किया, जिसमें वे महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करती हैं।

उनके निजी जीवन की बात करें तो सोहा ने अभिनेता कुणाल खेमू से 2015 में विवाह किया और उनकी एक बेटी, इनाया नौमी खेमू, भी है। वे अक्सर अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हैं और सोशल मीडिया पर अपने परिवार की तस्वीरें साझा करती रहती हैं।

Point of View

मेहनत और लगन से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनकी कहानी नए कलाकारों के लिए एक प्रेरणा है।
NationPress
03/10/2025

Frequently Asked Questions

सोहा अली खान का जन्म कब हुआ था?
सोहा अली खान का जन्म 4 अक्टूबर 1978 को नई दिल्ली में हुआ था।
सोहा ने अपनी पढ़ाई कहाँ से की?
सोहा ने अपनी पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की और इसके बाद लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर डिग्री हासिल की।
सोहा अली खान की पहली फिल्म कौन सी थी?
सोहा अली खान की पहली फिल्म 'दिल मांगे मोर' थी, जिसमें उन्होंने 2004 में काम किया।
सोहा ने कब अपनी आत्मकथा लिखी?
सोहा ने 2017 में अपनी आत्मकथा 'द पेरिल्स ऑफ बीइंग मॉडरैटली फेमस' लिखी।
सोहा अली खान का परिवार कौन-कौन है?
सोहा अली खान के पिता पूर्व क्रिकेट कप्तान मंसूर अली खान पटौदी और मां अभिनेत्री शर्मिला टैगोर हैं।