क्या 'सलाकार' में नवीन कस्तूरिया का किरदार निभाने का कोई निश्चित तरीका नहीं है?

सारांश
Key Takeaways
- अभिनय में कोई निश्चित तरीका नहीं होता है।
- हर किरदार के लिए तैयारी अलग होती है।
- डायरेक्टर की दृष्टि महत्वपूर्ण होती है।
- हर कलाकार का दृष्टिकोण अद्वितीय होता है।
- नवीन कस्तूरिया की शैली में नवाचार है।
मुंबई, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में प्रदर्शित ओटीटी श्रृंखला 'सलाकार' में अभिनेता नवीन कस्तूरिया ने एक जासूस का किरदार निभाया है और इस भूमिका को लेकर वे बेहद उत्साहित हैं। उनका मानना है कि अभिनय का कोई निश्चित तरीका नहीं होता।
नवीन ने 'सलाकार' में अपनी भूमिका को लेकर राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि हर किरदार के लिए उनकी तैयारी अलग होती है। उन्होंने कहा, "मेरे पास किसी भी किरदार को लेकर कोई निश्चित सोच नहीं है; हर प्रोजेक्ट के साथ मैं जीरो से शुरुआत करता हूं। हर बार किरदार की आवाज और उसके गुणों पर काम करना पड़ता है, और इसके लिए कोई निश्चित फॉर्मूला नहीं है। दृष्टिकोण हर बार नया होता है; कोई निश्चित प्रक्रिया नहीं है। कभी-कभी पूरी स्क्रिप्ट पढ़नी पड़ती है, तो कभी स्क्रिप्ट को छूते भी नहीं हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "यह सब डायरेक्टर पर निर्भर करता है। समझना पड़ता है कि वे आखिर क्या चाहते हैं? जब आप स्क्रीन पर विभिन्न प्रकार के किरदार निभाते हैं, तो कुछ न कुछ मजेदार निकलकर आता है। जरूरी नहीं कि सभी कलाकार, विशेषकर सह-कलाकार, एक जैसा तरीका अपनाएं।"
नवीन के किरदारों को शानदार तरीके से निभाने की उनकी पहचान है। यह उनके अभिनय की खूबसूरती है, जिससे उनका हर प्रदर्शन खास और अलग लगता है। इससे पहले, उन्होंने सह-कलाकार मुकेश ऋषि को 'जेंटल जायंट' (भला और विशाल इंसान) बताया था।
नवीन ने कहा, "मुझे उनके साथ काम करके बहुत मजा आया। मैं उनके अभिनय में इतना खो जाता था कि अपनी लाइन्स भूल जाता था। उनकी एक्टिंग देखने में मुझे बहुत आनंद आता था। जब मैं उनसे पहली बार मिला तो थोड़ा डर सा गया था। उनकी शख्सियत कमाल की है। वे लंबे-चौड़े हैं; जब वे मुझे गले लगाते थे, तो मैं उनके सीने तक ही पहुंच पाता था। स्क्रीन पर उनका किरदार डराता है, लेकिन ऑफ कैमरा वे बहुत अलग हैं, बेहद प्यारे और कोमल दिल के इंसान हैं।"
जानकारी के लिए बता दें, मुकेश ऋषि ने इस श्रृंखला में पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जिया-उल-हक का किरदार निभाया है।
जिया-उल-हक को भारत-पाकिस्तान के बीच कई समस्याओं की जड़ माना जाता है। वह वह व्यक्ति था जिसने जुल्फिकार अली भुट्टो की योजना 'हजार घावों के जरिए भारत को कमजोर करो' को वास्तविकता में बदला। हालांकि, बाद में जिया ने जुल्फिकार अली भुट्टो को एक मामले में फंसा दिया और उन्हें फांसी की सजा हुई।