क्या हैं निशिकांत कामत की यादगार फिल्में, जिन्हें देख आप भी कहेंगे डायरेक्टर हो तो ऐसा?

सारांश
Key Takeaways
- निशिकांत कामत ने भारतीय सिनेमा में अमिट छाप छोड़ी।
- उनकी फिल्में समाज की सच्चाइयों को दर्शाती हैं।
- 'दृश्यम' उनकी सबसे सफल फिल्म है।
- उन्होंने हर शैली में खुद को साबित किया।
- उनकी आखिरी फिल्म 'मदारी' है, जो एक मास्टरपीस मानी जाती है।
नई दिल्ली, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय फिल्म उद्योग में अनेक ऐसे निर्देशक रहे हैं, जिन्होंने अपनी अद्भुत फिल्मों से दर्शकों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। इन्हीं में से एक हैं निशिकांत कामत, जिन्होंने अपने संक्षिप्त करियर में कई यादगार फिल्में पेश कीं। उनका जन्म 17 जून 1970 को हुआ और उन्होंने 17 अगस्त 2020 को इस दुनिया को अलविदा कहा, लेकिन उनकी बनाई फिल्में आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं।
निशिकांत कामत ने अपनी फिल्मों के माध्यम से समाज की सच्चाइयों को बड़े पर्दे पर प्रस्तुत किया। उन्होंने हर शैली में अपनी क्षमता साबित की। रविवार को उनकी पुण्यतिथि पर, आइए उनकी कुछ यादगार फिल्मों पर एक नज़र डालते हैं। इनमें निशिकांत का अद्भुत निर्देशन देखने को मिला था। इन्हें देखने के बाद आप भी कहेंगे 'डायरेक्टर हो तो ऐसा।'
मुंबई मेरी जान - निशिकांत कामत की पहली हिंदी फिल्म 'मुंबई मेरी जान' थी। यह फिल्म 2006 में हुए मुंबई ट्रेन ब्लास्ट पर आधारित थी। इसमें दिखाया गया है कि हादसे से प्रभावित आम लोग कैसे उस सदमे से उबरने की कोशिश करते हैं। इरफान खान, केके मेनन, आर माधवन और परेश रावल जैसे कलाकारों ने इसमें बेहतरीन अभिनय किया।
फोर्स - जॉन अब्राहम और विद्युत जामवाल अभिनीत 'फोर्स' एक एक्शन-थ्रिलर फिल्म थी। इसकी कहानी ड्रग माफिया और पुलिस के बीच की जंग पर आधारित थी। इसी फिल्म से विद्युत जामवाल ने बॉलीवुड में कदम रखा और अपने एक्शन से सबका दिल जीत लिया।
दृश्यम - अजय देवगन की यह सुपरहिट फिल्म, जो अब अपने तीसरे भाग में प्रवेश कर रही है। यह फिल्म निशिकांत कामत के करियर की सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जाती है। फिल्म की सस्पेंस से भरी कहानी और निर्देशन ने इसे हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में शामिल किया। हर सीन को निशिकांत ने पर्दे पर जीवंत बना दिया था।
रॉकी हैंडसम - जॉन अब्राहम स्टारर 'रॉकी हैंडसम' एक्शन और भावनात्मकता का बेहतरीन संगम थी। यह फिल्म कोरियन फिल्म 'द मैन फ्रॉम नोवेयर' की रीमेक थी। खास बात यह थी कि इसमें निशिकांत कामत ने खुद विलेन का किरदार निभाया।
मदारी - निशिकांत कामत की अंतिम फिल्म 'मदारी' थी, जिसमें इरफान खान मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म भ्रष्ट व्यवस्था और एक आम आदमी की दुखभरी कहानी को दर्शाती है, जो अपने बेटे को खोने के बाद गृह मंत्री के बेटे का अपहरण कर लेता है। फिल्म का संदेश और इरफान का दमदार अभिनय इसे अविस्मरणीय बनाता है। निशिकांत और इरफान खान की यह फिल्म एक मास्टरपीस मानी जाती है।