क्या परेश रावल की 'द ताज स्टोरी' में छिपा है इतिहास का नया चेहरा?
सारांश
Key Takeaways
- परेश रावल का अद्भुत कोर्टरूम मोनोलॉग।
- फिल्म में इतिहास और सच्चाई पर महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए गए हैं।
- दर्शकों को गौरवशाली कहानियों से अवगत कराया जाएगा।
- फिल्म की कहानी पीरियड ड्रामा है।
- यह फिल्म 31 अक्टूबर को रिलीज होगी।
मुंबई, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेता परेश रावल की फिल्म 'द ताज स्टोरी' अपनी अद्भुत कहानी के लिए चर्चा में बनी हुई है। मंगलवार को फिल्म का एक नया डायलॉग प्रोमो जारी किया गया।
तुषार अमरीश गोयल द्वारा लिखित और निर्देशित 'द ताज स्टोरी' ने अपने नवीनतम अपडेट के साथ दर्शकों के बीच अद्भुत चर्चा का विषय बन चुका है। मंगलवार को निर्माताओं ने इंस्टाग्राम पर फिल्म का प्रोमो जारी किया, जिसमें परेश रावल का शानदार कोर्टरूम मोनोलॉग देखने को मिल रहा है।
प्रोमो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, "हमारी किताबें हमें इतिहास का केवल एक ही चेहरा क्यों दिखाती हैं? अब सवाल पूछने का समय आ गया है।"
इस प्रोमो में, अभिनेता परेश रावल कोर्टरूम में ऐसा शक्तिशाली डायलॉग बोलते हैं, जो न केवल कोर्टरूम बल्कि इतिहास के पन्नों को भी झकझोर देता है।
प्रोमो में परेश रावल पूछते हैं, "आखिरकार भारत के इतिहास के कुछ अध्याय में ही राजा और उनके राजवंश की ही क्यों प्रशंसा होती है? जबकि बाकी गौरवशाली कहानियां सिर्फ हमारी नजरों के सामने कहानी बनकर रह गई हैं, जिससे लोग आज भी अनजान हैं।"
फिल्म 'द ताज स्टोरी' में परेश रावल के साथ जाकिर हुसैन, अमृता खानविलकर, स्नेहा वाघ और नामित दास जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों की एक टोली नजर आएगी। यह फिल्म केवल एक पीरियड ड्रामा नहीं है, बल्कि एक ऐतिहासिक फिल्म है, जो सिनेमा के माध्यम से ऐतिहासिक बहस को प्रस्तुत करेगी।
यह फिल्म दर्शकों को इतिहास, स्वतंत्रता और सच्चाई के नए अर्थ समझने के लिए प्रेरित करेगी। यह न केवल मनोरंजन प्रदान करेगी, बल्कि गंभीर सवाल भी उठाएगी। फिल्म 31 अक्टूबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।