क्या आर. माधवन ने कहा कि अब रोमांटिक फिल्मों के मौके कम हैं?

सारांश
Key Takeaways
- आर. माधवन की नई फिल्म 'आप जैसा कोई' रोमांटिक कहानी है।
- फिल्म में फातिमा सना शेख भी हैं, जो महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
- समाज में लव स्टोरी के अवसरों की कमी पर चर्चा की गई है।
- फिल्म का प्रीमियर नेटफ्लिक्स पर हुआ।
- कहानी में भावनात्मक टकराव को दिखाया गया है।
मुंबई, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता आर. माधवन की हालिया रोमांटिक फिल्म 'आप जैसा कोई' का प्रीमियर हुआ, जिसमें उन्होंने संस्कृत के शिक्षक श्रीरेणु त्रिपाठी का किरदार निभाया। माधवन ने बताया कि कैसे समय के साथ रोमांटिक फिल्मों में काम करने के अवसर कम होते जा रहे हैं।
फिल्म पर चर्चा करते हुए माधवन ने कहा, 'मैंने इस फिल्म को इसलिए नहीं चुना कि मैं रोमांटिक फिल्मों में वापसी करूं, बल्कि इसलिए चुना क्योंकि इसकी कहानी दिलचस्प और मेरी उम्र के अनुकूल थी। लव स्टोरी में अभिनय करने के अवसर अब बचे नहीं हैं, और जो अवसर मिलते हैं, वे भी सच्चे और वास्तविक होने चाहिए।'
फिल्म में फातिमा सना शेख के साथ काम करने के बारे में उन्होंने कहा, 'फातिमा बेहद प्रतिभाशाली हैं। मुझे उनके साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा लगा, हालांकि हमें जानने का समय बहुत कम मिला।'
इससे पहले, फातिमा ने भी माधवन के साथ काम करने का अपना अनुभव साझा करते हुए कहा था, 'मैं आर. माधवन की बहुत बड़ी फैन हूँ और उनके साथ स्क्रीन साझा करने का अवसर पाकर बहुत खुश हूँ। मैं हर दिन उनसे कुछ नया सीखती रही।'
'आप जैसा कोई' में आर. माधवन और फातिमा सना शेख के अलावा आयशा रजा, मनीष चौधरी और नमित दास भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।
फिल्म की कहानी दो ऐसे व्यक्तियों की है जो भिन्न-भिन्न पृष्ठभूमियों से आते हैं। कहानी की शुरुआत जमशेदपुर के संस्कृत शिक्षक श्रीरेणु त्रिपाठी से होती है, जो 42 वर्ष की उम्र में भी अविवाहित हैं और खुद को समझदार मानते हैं, लेकिन अकेलेपन से ग्रसित हैं। यह अकेलापन दूर करने के लिए वह एक ऑनलाइन चैटिंग ऐप का सहारा लेते हैं, जहाँ उनकी मुलाकात कोलकाता की आत्मनिर्भर और खुले विचारों वाली फ्रेंच टीचर मधु बोस से होती है, जिसे फातिमा ने निभाया है।
मधु का जीवन श्रीरेणु से पूरी तरह भिन्न है; वह रिश्तों में कई बार टूट चुकी हैं, लेकिन हर बार और मजबूत होकर उभरी हैं। फिल्म दर्शाती है कि कैसे भिन्न सामाजिक सोच और जीवनशैली के बावजूद दो लोग एक-दूसरे के करीब आते हैं। दोनों की पसंद-नापसंद अलग होते हुए भी वे भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, उनके बीच की वैचारिक दूरियां उभरने लगती हैं। यही टकराव फिल्म को गहराई प्रदान करता है।
इस फिल्म का प्रीमियर 11 जुलाई को नेटफ्लिक्स पर हुआ।