क्या राकेश रोशन को अचानक कैरोटिड नसों के ब्लॉक होने का पता चला?

सारांश
Key Takeaways
- स्वास्थ्य जांच नियमित रूप से कराना आवश्यक है।
- कोई लक्षण न होने पर भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
- दिल और दिमाग से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए।
- बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है।
- 45 से 50 वर्ष की उम्र में नियमित जांच करवाना चाहिए।
मुंबई, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता राकेश रोशन ने अपनी सेहत से जुड़ी चिंताजनक जानकारी साझा की। उन्हें अचानक पता चला कि उनकी दिमाग तक जाने वाली दोनों कैरोटिड आर्टरी 75 प्रतिशत से अधिक ब्लॉक हो चुकी हैं, जबकि उन्हें इसके कोई लक्षण नहीं थे।
कैरोटिड आर्टरी गर्दन की प्रमुख रक्त नलिकाएं हैं, जो दिमाग तक खून पहुंचाने का कार्य करती हैं।
राकेश ने इंस्टाग्राम पर अस्पताल से एक फोटो साझा की है। उन्होंने कहा कि यह हफ्ता उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा।
उन्होंने लिखा, "यह हफ्ता मेरे लिए चौंकाने वाला था। जब मैं फुल बॉडी हेल्थ चेकअप करवा रहा था, तो दिल की सोनोग्राफी कर रहे डॉक्टर ने गर्दन की सोनोग्राफी कराने की सलाह दी।"
उन्होंने आगे कहा, "संयोगवश हमें पता चला कि मुझे कोई लक्षण नहीं थे, फिर भी मेरी दोनों कैरोटिड नसें 75 प्रतिशत से अधिक ब्लॉक थीं।"
राकेश ने कहा कि अगर इसे नजरअंदाज किया जाता, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता था।
राकेश रोशन ने कहा, "मैं तुरंत अस्पताल में भर्ती हुआ और आवश्यक इलाज करवाया। अब मैं पूरी तरह से ठीक होकर घर लौट आया हूं और जल्द ही अपनी एक्सरसाइज शुरू करने की उम्मीद करता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरी यह बात दूसरों को भी अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए प्रेरित करे, विशेषकर दिल और दिमाग से जुड़ी सेहत का।"
उन्होंने कहा कि उन्होंने हार्ट की सीटी स्कैन और गर्दन की नसों की सोनोग्राफी करवाई, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन 45 से 50 वर्ष की उम्र के बाद हर किसी को यह जांच अवश्य करवानी चाहिए।
राकेश ने कहा, "मुझे लगता है कि यह याद रखना आवश्यक है कि बीमारी से बचाव इलाज से बेहतर है। मैं आप सभी को एक स्वस्थ और जागरूक वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं।"
यह भी उल्लेखनीय है कि पहले यह खबर आई थी कि राकेश रोशन ने गर्दन की एंजियोप्लास्टी करवाई है।
एंजियोप्लास्टी में नस को खोलकर खून का प्रवाह सुधारने का कार्य किया जाता है।