क्या कर्नाटक पुलिस ने अभिनेत्री राम्या को अश्लील मैसेज भेजने के मामले में 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है?

सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया का दुरुपयोग गंभीर समस्या है।
- महिलाएं अपनी आवाज उठाने का अधिकार रखती हैं।
- कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है।
- अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
- सामाजिक समर्थन महत्वपूर्ण है।
बेंगलुरु, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कन्नड़ फिल्म जगत की अभिनेत्री राम्या को अश्लील संदेश भेजने के मामले में कर्नाटक पुलिस ने गुरुवार को अदालत में 12 व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की है। यह मामला तब प्रकाश में आया जब राम्या ने एक फैन मर्डर केस में मृतक के परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त की थी। इस मामले में अभिनेता दर्शन दूसरे आरोपी हैं, और उनकी साथी पावित्रा गौड़ा पहले आरोपी हैं। दोनों वर्तमान में बेंगलुरु सेंट्रल जेल में incarcerated हैं।
केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी), बेंगलुरु यूनिट ने 380 पन्नों की रिपोर्ट 45वें अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रस्तुत की है। इस रिपोर्ट में सोशल मीडिया पर भेजे गए अश्लील संदेशों और टिप्पणियों के स्क्रीनशॉट भी शामिल हैं। पुलिस ने राम्या का बयान भी दर्ज किया है, साथ ही उन 12 आरोपियों के बयान भी लिए गए हैं, जिनके खिलाफ यह चार्जशीट बनाई गई है। हालांकि, पुलिस अब भी 6 अन्य व्यक्तियों की तलाश कर रही है जो इस मामले से जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने कहा है कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के बाद उनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की जाएगी। अब तक पकड़े गए 12 व्यक्तियों में से 4 जेल में हैं, जबकि बाकी को जमानत मिल चुकी है। कोर्ट जल्द ही इस मामले की सुनवाई शुरू कर सकता है।
वास्तव में, राम्या ने इस मामले में न्याय की मांग करते हुए एक पोस्ट साझा की थी, जिस पर दर्शन के फैंस ने उन्हें सोशल मीडिया पर निशाना बनाया। राम्या ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 43 सोशल मीडिया अकाउंट्स से उन्हें आपत्तिजनक टिप्पणियां और धमकियां मिली थीं। इनमें उन्हें रेप की धमकी भी दी गई थी।
राम्या ने 28 जुलाई को बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर से मिलकर इस मामले की शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी पुरुषों जैसी ही आजादी चाहिए, इसलिए उन्हें उन लोगों पर कार्रवाई चाहिए जो सोशल मीडिया पर ऐसी धमकियां और टिप्पणियां कर रहे हैं।
राम्या ने बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दर्शन की जमानत याचिका से संबंधित खबर साझा की थी ताकि लोगों को न्याय की उम्मीद मिले। इसके बाद ही उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर नकारात्मक टिप्पणियां प्रारंभ हो गईं। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी आवाज महिलाओं के लिए उठाई है। अगर मेरे साथ ऐसा हो सकता है, तो अन्य महिलाओं के साथ क्या होगा?"