क्या रानी चटर्जी ने मजेदार वीडियो शेयर किया, जिसमें वह गाने पर लिपसिंक कर रही हैं?
सारांश
Key Takeaways
- रानी चटर्जी का नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
- वीडियो में उनका लिपसिंक अंदाज बेहद आकर्षक है।
- फिल्म 'राम लखन' का गाना 'तेरा नाम लिया' पर आधारित है।
- फिल्म 'राम लखन' 1989 में रिलीज हुई थी।
- रानी चटर्जी की नई फिल्म 'परिणय सूत्र' जल्द ही आने वाली है।
मुंबई, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की प्रसिद्ध अभिनेत्री रानी चटर्जी न केवल अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता भी फैंस के बीच चर्चा का विषय बनी रहती है। हाल ही में, अभिनेत्री ने मंगलवार को एक मजेदार वीडियो साझा किया।
इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में रानी 'तेरा नाम लिया' गाने पर लिपसिंक करती नजर आ रही हैं। उनके चेहरे के एक्सप्रेशन गाने के बोल के साथ कमाल का तालमेल बना रहे हैं। अभिनेत्री ने वीडियो के साथ लिखा, "और यहां मैं पिघल गई, जब वे कहें कि तेरा नाम लिया।"
रानी की इस पोस्ट को फैंस की ओर से हजारों लाइक्स और कमेंट्स मिल चुके हैं। फैंस उनके एक्सप्रेशन की भरपूर सराहना कर रहे हैं।
गाना 'तेरा नाम लिया' फिल्म 'राम लखन' में फिल्माया गया है। इस गाने को मनहर उधास और अनुराधा पौडवाल ने गाया था, जबकि इसके बोल आनंद बक्शी ने लिखे थे।
1989 में रिलीज हुई फिल्म 'राम लखन' का निर्देशन सुभाष घई ने किया था। इसमें जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित और डिंपल कपाड़िया ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इसके अतिरिक्त, फिल्म में राखी गुलजार, सतीश कौशिक, अमरीश पुरी और अनुपम खेर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में थे। फिल्म अपने यादगार गानों और शानदार स्टारकास्ट के लिए जानी जाती है। रिलीज के बाद, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की थी।
फिल्म की कहानी दो भाइयों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अलग-अलग स्वभाव के होते हैं। बड़ा भाई पुलिस वाला है, जबकि दूसरा मटरगस्ती में रहता है। दोनों भाई दुश्मनों से बदला लेने के लिए अलग-अलग रास्ते अपनाते हैं, लेकिन अंत में एकजुट होते हैं। उस समय के गाने जैसे 'माई नेम इज लखन', 'तुझे याद किया', और 'तेरे लखने ने' ने भी प्रसिद्धि हासिल की थी।
अब बात करें रानी चटर्जी की, तो उनकी नई फिल्म 'परिणय सूत्र' जल्द ही रिलीज होने वाली है। फिल्म का ट्रेलर 20 दिसंबर को जारी किया जाएगा। फिल्म का निर्देशन मंजुल ठाकुर ने किया है, जबकि लेखन अरविंद तिवारी ने किया है।