क्या 'छोरियां चली गांव' से रेहा सुखेजा ने कुछ खास सीखा?

सारांश
Key Takeaways
- रेहा सुखेजा का अनुभव परिवर्तनकारी रहा।
- शो ने दोस्ती और जीवन के सबक दिए।
- प्रतियोगिताएं सिखाती हैं कि हम क्या कर सकते हैं।
- गांव ने उन्हें अपनी ताकत पहचानने में मदद की।
- शो में आगे और भी रोचक घटनाएँ होंगी।
मुंबई, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ज़ी टीवी का रियलिटी शो 'छोरियां चली गांव' दर्शकों में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। इस शो को रणविजय सिंह होस्ट कर रहे हैं। यह एक ऐसा रियलिटी शो है जो ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है।
इस शो में अनीता हसनंदानी, कृष्णा श्रॉफ, ऐश्वर्या खरे, रमीत संधू, अंजुम फकीह, रेहा सुखेजा, डॉली जावेद, सुमुखी सुरेश, एरिका पैकर्ड और सुरभि समृद्धि जैसे सेलिब्रिटीज शामिल हैं।
हाल ही में, कंटेस्टेंट रेहा सुखेजा को शो से बाहर कर दिया गया। एक इंटरव्यू में उन्होंने शो की यादों और अपने अनुभवों के बारे में बातचीत की।
रेहा शुरू से ही एक मजबूत प्रतियोगी रही हैं। उन्होंने हर टास्क को पूरे उत्साह से किया। गोबर टास्क से लेकर फायर टास्क तक में वह सक्रिय रूप से भाग लेती रहीं। गृह-प्रवेश राउंड में उन्होंने मिस बमुलिया का खिताब भी जीता था।
हालांकि, अब वह शो में नहीं हैं। इस सफर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "यह अनुभव मेरे लिए परिवर्तनकारी रहा। मैंने सोचा था कि यहाँ सिर्फ टास्क और प्रतियोगिताएं होंगी, लेकिन इसने मुझे दोस्ती और जीवन के कई महत्वपूर्ण सबक दिए हैं, जो मेरे साथ हमेशा रहेंगे।"
रेहा ने आगे कहा, "मैंने कुश्ती से लेकर बच्चों की देखभाल तक हर दिन कुछ नया सीखा। गृहप्रवेश राउंड जीतना मेरे लिए एक यादगार पल रहा। इस गांव ने मेरी परीक्षा ली और मुझे बहुत कुछ सिखाया। सबसे बड़ी बात यह है कि इसने मेरी अंतर्निहित ताकत को उजागर किया। मैं इस खूबसूरत सफर के लिए हमेशा आभारी रहूंगी।"
रेहा के जाने के बाद शो में और भी रोमांचक मोड़ आएंगे; अभी बहुत सारा ड्रामा और ट्विस्ट बाकी है। 'छोरियां चली गांव' में दर्शकों को और भी कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। आगे के एपिसोड में और भी मजेदार घटनाएँ देखने को मिलेंगी। इस रियलिटी शो को रात 10 बजे ज़ी टीवी पर देख सकते हैं।