क्या सोनम बाजवा ने सब कुछ हासिल कर लिया है?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- सफलता का माप केवल लोकप्रियता में नहीं है।
- हर फिल्म एक नई चुनौती होती है।
- सोनम खुद को निरंतर सुधारने की कोशिश करती हैं।
- महानता मेहनत और ईश्वर की कृपा से आती है।
- उत्साह और नर्वसनेस दोनों ही प्रेरणा का स्रोत हैं।
मुंबई, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाबी और हिंदी दोनों सिनेमा में अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुकीं अभिनेत्री सोनम बाजवा अपने करियर को लेकर हमेशा जमीन से जुड़ी नजर आती हैं। भले ही सोनम आज अपनी लोकप्रियता के शिखर पर हों, लेकिन वह इसे पूर्ण सफलता नहीं मानतीं। वह अपनी उपलब्धियों के लिए हर दिन ईश्वर का धन्यवाद करती हैं।
सोनम बाजवा ने अपनी फिल्मी यात्रा और अनुभवों के बारे में राष्ट्र प्रेस से खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उन्होंने अभी सब कुछ हासिल नहीं किया है। उनके लिए हर दिन मेहनत करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि अभी मुझे बहुत मेहनत करनी होगी। यदि मैं पंजाब की बात करूं, तो मैंने वहां बहुत सारी फिल्में की हैं। लेकिन हर फिल्म से पहले, मैं उतनी ही उत्साहित और नर्वस महसूस करती हूं।"
सोनम ने आगे कहा, "मेरे लिए हर फिल्म एक नई चुनौती होती है और इसे सफल बनाने की कोशिश मेरे काम का अभिन्न हिस्सा है। केवल लोकप्रियता या प्रशंसा से सफलता का मूल्यांकन नहीं किया जा सकता। असली सफलता तब है जब मैं अपने काम से संतुष्ट रहूं और खुद को लगातार बेहतर करने की कोशिश करती रहूं।"
सोनम ने बताया कि वह हमेशा सोचती रहती हैं कि कैसे वह अपने काम को और बेहतर बना सकती हैं। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि लोग मुझे कैसे देखते हैं, लेकिन मैं अपने काम में आत्मविश्वासी हूं। फिर भी, हमेशा लगता है कि मैं और बेहतर कर सकती थी।"
अपने करियर को लेकर सोनम का मानना है कि उन्हें जो कुछ भी मिला है, वह उनकी मेहनत और ईश्वर की कृपा का परिणाम है। वह हर कदम पर शुक्रगुजार रहती हैं और अपने काम को और बेहतर बनाने की कोशिश करती रहती हैं।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                            