क्या सोनू सूद बने किसानों के ‘दोस्ताना दूत’?

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क्या सोनू सूद बने किसानों के ‘दोस्ताना दूत’?

सारांश

सोनू सूद ने पंजाब के किसानों के बीच एक अनोखी पहल की है, जिसमें वे न केवल उनके दुख-दर्द साझा कर रहे हैं, बल्कि उनकी खुशियों का भी जश्न मना रहे हैं। उनके द्वारा शेयर किया गया वीडियो किसानों की वास्तविकता और स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर देता है।

Key Takeaways

  • किसानों के प्रति जागरूकता बढ़ाना
  • स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना
  • सामाजिक सहयोग की मिसाल पेश करना
  • सोनू सूद का किसानों के प्रति स्नेह
  • किसान की मेहनत का सम्मान करना

मुंबई, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता सोनू सूद ने पंजाब के गांवों में यात्रा शुरू की है। अब वे किसानों के बीच ‘दोस्ताना दूत’ के रूप में सामने आए हैं। वे न केवल लोगों के दुख-दर्द बांट रहे हैं, बल्कि उनकी छोटी-छोटी खुशियों का भी जश्न मना रहे हैं। इसी क्रम में सोनू ने इंस्टाग्राम पर एक दिल को छू लेने वाला वीडियो साझा किया है।

इस वीडियो में उन्होंने एक किसान की मेहनत की सराहना की, उसकी मिर्च खरीदी और सबसे महत्वपूर्ण बात, उसके गुटखा खाने की बुरी आदत छुड़वा दी। वीडियो का कैप्शन 'गुटखा ना खाएं' है, जो स्वास्थ्य जागरूकता का प्रतीक बन गया है।

वीडियो की शुरुआत में सोनू सूद गांव के किनारे मिर्च बेचने वाले व्यक्ति की दुकान के पास गाड़ी रोकते हैं।

सोनू मुस्कुराते हुए पूछते हैं, "भाई साहब, ये मिर्च कैसी है? ताज़ा है न, खराब तो नहीं?" सुरेश जवाब देता है, "नहीं, खराब नहीं है।" इसके बाद अभिनेता वीडियो में लोगों से कहते हैं, "ये मेरे भाई सुरेश गिरी हैं, जो खुद खेत जोतते हैं, फसल काटते हैं और बाजार में बेचते भी हैं। उनका अपना ट्रैक्टर भी है।"

सोनू लोगों से निवेदन करते हैं, "जो भी इस रास्ते से गुजरे, सुरेश जी की मिर्च जरूर खरीद लें। मैं मिर्च खाता नहीं हूं, लेकिन इनकी मिर्च जरूर लूंगा ताकि इनका घर अच्छे से चले।"

सुरेश भावुक हो जाते हैं। वे बोलते हैं, "आपको हमेशा टीवी पर ही देखा है, आज आपको सामने से देखकर ऐसा लग रहा है जैसे भगवान जी मिले हों।"

सोनू हंसते हुए जवाब देते हैं, "अरे भाई, भगवान तो आप हैं! सुबह से शाम तक पसीना बहाकर हमें अनाज देते हो। हम तो बस दिखावे के सितारे हैं, असली हीरो तो आप किसान हैं।"

वीडियो के अंत में सोनू सुरेश के मुस्कुराते चेहरे पर ध्यान देते हैं। वे दांतों की ओर इशारा करते हुए पूछते हैं, "क्या तुम गुटखा नहीं खाते? चल, अभी थूक दो और वादा करो कि अब से कभी नहीं छुएगा!" सुरेश हिचकिचाते हैं, "नहीं खाऊंगा।" सोनू कैमरे की ओर मुड़ते हैं और फैंस से कहते हैं, "देखिए, मेरे भाई सुरेश ने किसान का ईमानदार वचन दिया है, गुटखा अलविदा! यह वादा टूटेगा नहीं।" फिर वे सुरेश से कहते हैं, "भाई, मेरा नंबर ले लो। हर हफ्ते वीडियो कॉल पर दांत चेक करूंगा। अगर चमक न दिखी, तो समझना गड़बड़ है!"

अभिनेता ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, 'गुटखा ना खाएं'

Point of View

मैं मानता हूं कि सोनू सूद की यह पहल न केवल किसानों की समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद कर रही है, बल्कि यह समाज में स्वास्थ्य जागरूकता को भी बढ़ावा देती है। ऐसे प्रयासों से हमारी संस्कृति में एक सकारात्मक बदलाव आ सकता है।
NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

सोनू सूद ने किसानों के लिए क्या किया?
सोनू सूद ने किसानों के बीच जाकर उनकी मेहनत की सराहना की और उन्हें गुटखा छोड़ने के लिए प्रेरित किया।
सोनू सूद का वीडियो किस विषय पर है?
वीडियो में सोनू सूद ने एक किसान की मेहनत का जश्न मनाया और स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश दिया।
गुटखा छोड़ने का संदेश क्यों दिया गया?
गुटखा छोड़ने का संदेश स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए दिया गया है।