क्या इरफान खान की तारीफ सुभाष घई के लिए किसी पुरस्कार से ज्यादा मूल्यवान थी?

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क्या इरफान खान की तारीफ सुभाष घई के लिए किसी पुरस्कार से ज्यादा मूल्यवान थी?

सारांश

सुभाष घई ने इरफान खान को याद किया और उनकी तारीफ को पुरस्कार से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया। यह कहानी उस विशेष पल को उजागर करती है जो सुभाष और इरफान के बीच था, जिससे दर्शकों को उनके रिश्ते की गहराई का एहसास होता है।

Key Takeaways

  • इरफान खान की अदाकारी ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक विशेष स्थान दिलाया।
  • सुभाष घई ने इरफान की तारीफ को पुरस्कारों से ज्यादा महत्वपूर्ण माना।
  • अच्छे अभिनेता कहानी को और बेहतर बनाते हैं।

मुंबई, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सुभाष घई ने दिवंगत अभिनेता इरफान खान को याद करते हुए उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का एक अनमोल रत्न बताया। उन्होंने कहा कि इरफान फिल्म इंडस्ट्री के सबसे प्रतिभाशाली कलाकारों में से एक थे। उनकी तारीफ उनके लिए किसी भी पुरस्कार से अधिक महत्वपूर्ण थी।

सुभाष घई ने अपने इंस्टाग्राम पर इरफान खान के साथ खींची गई एक तस्वीर साझा की, जो किसी पुरस्कार समारोह के दौरान ली गई थी। इस तस्वीर में दोनों काले सूट और सफेद शर्ट में नजर आ रहे हैं और एक-दूसरे के साथ मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं। सुभाष घई के हाथ में एक पुरस्कार है, जबकि इरफान उन्हें प्यार से गले लगाते हुए दिख रहे हैं।

'कर्ज', 'राम लखन', और 'ताल' जैसी प्रसिद्ध फिल्मों के लिए जाने जाने वाले सुभाष घई ने कहा कि फिल्मों में चमक-दमक से ज्यादा कहानी की महत्वपूर्णता होती है। वह इरफान के काम और उनकी काबिलियत की बहुत सराहना करते थे। उनकी तारीफ उनके लिए किसी भी पुरस्कार से ज्यादा खास थी।

उन्होंने लिखा, "मैं हमेशा दिखावटी सितारों की तुलना में अच्छे और महान अभिनेताओं की तारीफ करता रहा हूं। अच्छे अभिनेता कहानी को और बेहतर बनाते हैं, जबकि सितारे सिर्फ फिल्म को चमकाते हैं। मुझे इरफान खान से तारीफ मिलना किसी पुरस्कार समारोह में पुरस्कार मिलने से ज्यादा खुशी देता था। इसलिए मैं इस तस्वीर को हमेशा संजोकर रखता हूं। हमें इरफान की बहुत याद आती है।"

सुभाष घई और इरफान खान ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है। फिल्म 'राइट या रॉन्ग' में इरफान ने मुख्य भूमिका निभाई थी और इसके निर्देशक सुभाष घई थे। इसके अलावा, सुभाष घई की फिल्म 'इकबाल' में इरफान ने सहायक भूमिका निभाई थी।

इरफान खान का निधन 29 अप्रैल 2020 को हुआ था। वह एक गंभीर बीमारी, जिसे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर कहा जाता है, से लंबे समय तक जूझ रहे थे। उन्हें इस बीमारी का पता वर्ष 2018 में चला था। इरफान खान ने खुद अपने ट्विटर पोस्ट के जरिए बीमारी की जानकारी फैंस को दी थी।

Point of View

न कि सिर्फ उनके पुरस्कारों के माध्यम से। सुभाष घई का इरफान खान के प्रति सम्मान इस बात का प्रमाण है कि असली प्रतिभा को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

सुभाष घई ने इरफान खान को क्यों याद किया?
सुभाष घई ने इरफान खान को उनकी अद्वितीय प्रतिभा और उनके काम के लिए याद किया है। उन्होंने कहा कि इरफान की तारीफ किसी पुरस्कार से ज्यादा मायने रखती थी।
इरफान खान का निधन कब हुआ?
इरफान खान का निधन 29 अप्रैल 2020 को हुआ था।
सुभाष घई की कौन सी फिल्म में इरफान खान ने लीड रोल निभाया था?
सुभाष घई की फिल्म 'राइट या रॉन्ग' में इरफान खान ने लीड रोल निभाया था।