क्या टी-सीरीज की मिक्सटेप भक्ति सीरीज का छठा गीत 'छोटो सो मेरो, अच्चुतम केशवम' हो गया है रिलीज?
सारांश
Key Takeaways
- टी-सीरीज ने मिक्सटेप भक्ति सीरीज शुरू की है।
- 'छोटो सो मेरो, अच्चुतम केशवम' गीत का रिलीज।
- नीति मोहन और मोहित चौहान की आवाज में।
- भक्ति संगीत को आधुनिक बीट्स के साथ प्रस्तुत किया गया है।
- सीरीज का उद्देश्य युवा पीढ़ी को भक्ति संगीत से जोड़ना है।
मुंबई, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टी-सीरीज ने अपने प्रशंसकों के लिए भक्ति की एक नई दुनिया खोलने की दिशा में एक रोमांचक पहल की है। उन्होंने टी-सीरीज मिक्सटेप भक्ति गीत सीरीज की शुरुआत की है, जिसका छठा भक्ति गीत 'छोटो सो मेरो, अच्चुतम केशवम' आज सोमवार को लॉन्च किया गया।
इस छठे एपिसोड के लॉन्च की सूचना देते हुए, टी-सीरीज ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर भक्ति गीत का एक क्लिप साझा किया, जिसमें लिखा था, "अपनी प्लेलिस्ट में जोड़ना न भूलें इस हृदयस्पर्शी भजन 'छोटो सो मेरो, अच्चुतम केशवम' को। टी-सीरीज मिक्सटेप भक्ति गीत का यह छठा एपिसोड अब उपलब्ध है।"
इस भक्ति गीत को नीति मोहन और मोहित चौहान ने अपनी सुरीली आवाज में गाया है। इन दोनों ने टी-सीरीज मिक्सटेप की इस पहल के तहत पुराने भक्ति गीत को आधुनिक बीट के साथ प्रस्तुत किया है।
मिक्सटेप भक्ति गीत की विशेषता यह है कि इसमें पारंपरिक भक्ति रचनाओं को नई धुनों के साथ मिलाकर पेश किया गया है। इस सीरीज का निर्माण भूषण कुमार ने किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना है।
यह सीरीज पुराने भजनों को एक नए नजरिए से पेश करती है, जिससे भक्ति की भावनाओं को जीवित रखा जा सके। इसमें कुल 8 एपिसोड हैं, जिनमें 16 भक्ति गीत शामिल हैं, जिन्हें 17 प्रसिद्ध गायकों ने अपनी आवाज दी है।
इससे पहले, मिक्सटेप भक्ति सीरीज के अन्य एपिसोड में 'आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा, प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी', 'लेके पूजा की थाली, मैं बालक तू माता', 'गोविंद बोलो, श्री कृष्णा गोविंद हरे मुरारी', 'रामायण चौपाइयां', और 'पायो जी मैंने राम रतन धन पायो' जैसे भजन रिलीज किए जा चुके हैं। सभी गीत भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।
टी-सीरीज मिक्सटेप भक्ति गीत की यह नई पहल न केवल भक्ति संगीत को एक नया आयाम दे रही है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर भी प्रस्तुत कर रही है, जो कि भक्ति और संगीत का एक अनोखा संगम बनकर उभर रहा है, जो सभी उम्र के श्रोताओं को आकर्षित कर रहा है।