क्या ट्रेडिशनल लुक में टीना दत्ता ने रवींद्रनाथ टैगोर की कविता से जोड़ा भाव?

सारांश
Key Takeaways
- टीना दत्ता का ट्रेडिशनल लुक भारतीय संस्कृति की सुंदरता को दर्शाता है।
- उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर की कविता का भावनात्मक उपयोग किया।
- उनकी जूलरी और पहनावा शाही और पारंपरिक नजर आता है।
- टीना की कहानी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
- सोशल मीडिया पर उनका लुक फैंस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुंबई, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। टीवी एक्ट्रेस टीना दत्ता ने एक बार फिर अपने अद्वितीय अंदाज से फैंस का दिल जीत लिया है। ट्रेडिशनल लुक में उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में न केवल भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई दे रही है, बल्कि इसमें भावनाओं की गहराई भी छिपी हुई है।
टीना ने मंगलवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए रवींद्रनाथ टैगोर की एक प्रसिद्ध बांग्ला कविता के जरिए अपने मन की बात व्यक्त की।
इस खूबसूरत फोटोशूट में टीना दत्ता ने रेड और क्रीम कलर की साड़ी पहनी है, जिसमें गोल्डन जरी का सुंदर काम किया गया है। उनका पहनावा एकदम शाही और पारंपरिक नजर आ रहा है। माथे पर बड़ी बिंदी, कुमकुम, मांगटीका और नथनी उनके लुक को और भी आकर्षक बना रही हैं।
टीना ने इस लुक के साथ हैवी जूलरी भी पहनी हुई है। उनके गले में बड़ा सा चोकर और रानी हार है। हाथों में लाल चूड़ियां उनके इस रूप को और भी शानदार रूप दे रही हैं।
उन्होंने अपने बालों को हल्का कर्ल किया हुआ है। तस्वीर में उनके पीछे दीयों और फूलों से सजे कांसे के पात्र रखे हुए नजर आ रहे हैं।
इस पोस्ट की सबसे खास बात यह है कि टीना दत्ता ने कैप्शन में नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर की एक सुंदर कविता साझा की।
उन्होंने लिखा, "तुम्हें ही मैंने बार-बार हर जन्म में चाहा है... हर युग में, हर रूप में, मैंने तुम्हारे ही प्रेम में गीतों की माला बुनी है।"
ज्ञात रहे कि टीना दत्ता टीवी इंडस्ट्री का एक जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बेहद कम उम्र में की थी। बिग बॉस 16 में शिव ठाकरे से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया था कि जब वे आठवीं-नौवीं क्लास में थीं, तब ही उन्हें कई एक्टिंग प्रोजेक्ट्स मिलने लगे थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वे कोलकाता से मुंबई ऑडिशन देने नहीं जा पाती थीं, क्योंकि फ्लाइट टिकट बेहद महंगे होते थे।
उन्होंने बताया कि उनका परिवार इतना सामान्य था कि इंटरनेट तक की सुविधा नहीं थी और उन्होंने अपने कुछ ऑडिशन ईमेल के जरिए दिए थे।