क्या विकास दुबे की पत्नी ने 'यूपी 77' पर रोक लगाने की मांग की? दिल्ली हाईकोर्ट ने किया इनकार
सारांश
Key Takeaways
- विकास दुबे की पत्नी ने यूपी 77 पर रोक लगाने का प्रयास किया।
- दिल्ली हाईकोर्ट ने रोकने से इनकार किया।
- सीरीज के प्रोड्यूसर ने इसे काल्पनिक बताया।
- परिवार की बदनामी का मुद्दा उठाया गया।
- गैंगस्टर का जीवन विवादों का विषय बन गया है।
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के जीवन पर आधारित वेब सीरीज 'यूपी 77' अब विवादों में घिर गई है। विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने इस वेब सीरीज की रिलीज पर रोक लगाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हालाँकि, हाईकोर्ट ने इस रिलीज को रोकने से इनकार करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
जस्टिस सचिन दत्ता ने कोर्ट में सीरीज के प्रोड्यूसर से कुछ सवाल पूछे। उन्होंने पूछा, "क्या यह कोई काल्पनिक कहानी है?" वकील ने कोर्ट को एक डिस्क्लेमर दिखाते हुए बताया कि यह सीरीज सार्वजनिक जानकारी पर आधारित है और इसे किसी सर्टिफिकेशन की आवश्यकता नहीं है।
प्रोड्यूसर ने आश्वासन दिया कि वे एक डिस्क्लेमर जोड़ेंगे जिसमें लिखा जाएगा कि यह किसी वास्तविक व्यक्ति या घटना पर आधारित नहीं है। इसके लिए वे हलफनामा भी दाखिल करेंगे।
ऋचा दुबे के वकील ने कोर्ट में कहा कि इस फिल्म से याचिकाकर्ता के परिवार की बदनामी होगी। प्रोमो में यह कहा गया है कि यह भारत का सबसे ज्यादा चर्चित एनकाउंटर है और सीरीज में विकास को विशाल दुबे कहा गया है, जिससे परिवार को नुकसान होगा।
कोर्ट ने यह भी रिकॉर्ड किया कि फिल्म निर्माता ने कहा है कि यह पूरी तरह से काल्पनिक कहानी है। प्रोड्यूसर ने याचिकाकर्ता की चिंताओं को दूर करने के लिए एक हलफनामा दायर करने का आश्वासन दिया।
विकास दुबे को साल 2020 में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था। राज्य पुलिस के अनुसार, कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण के बाद, जब पुलिस उन्हें कानपुर ले जा रही थी, तो उनकी गाड़ी पलट गई और भागने के प्रयास में उन्हें पुलिस की गोली लग गई।