क्या एडब्ल्यूएफएफ अवॉर्ड मेहनत की सच्ची पहचान है? : विशाल जेठवा
सारांश
Key Takeaways
- विशाल जेठवा ने अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीता है।
- फिल्म 'होमबाउंड' की कहानी दोस्ती और संघर्ष पर आधारित है।
- अवॉर्ड ने मेहनत और ईमानदारी की महत्वता को दर्शाया है।
मुंबई, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता विशाल जेठवा ने अपने अभिनय करियर में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है, जिसने उनके कौशल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई है। फिल्म 'होमबाउंड' में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें एशियन वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल (एडब्ल्यूएफएफ) में स्नो लेपर्ड अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड उनके लिए और पूरी टीम के लिए गर्व का क्षण है।
अवॉर्ड मिलने के बाद विशाल ने राष्ट्र प्रेस को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि यह उनके लिए एक अद्भुत और अविश्वसनीय अनुभव है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फिल्म में केवल अभिनेता का ही योगदान नहीं है, बल्कि यह सम्मान पूरी टीम का है।
विशाल के करियर का यह पहला बेस्ट एक्टर अवॉर्ड है। उन्होंने कहा, 'यह मेरा पहला बेस्ट एक्टर और पहला अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड है, इसलिए यह मेरे लिए खास है।'
विशाल ने फिल्म की टीम और अपने प्रशंसकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पुरस्कार उन्हें याद दिलाता है कि मेहनत और ईमानदार कहानी हमेशा लोगों के दिलों तक पहुंचती है।
फिल्म 'होमबाउंड' का निर्देशन नीरज घायवान ने किया है, जबकि इसे धर्मा प्रोडक्शन ने प्रोड्यूस किया है। यह कहानी उत्तर भारत के एक छोटे से गांव के दो बचपन के दोस्तों पर आधारित है, जो पुलिस अफसर बनने का सपना देखते हैं। जैसे-जैसे वे अपने लक्ष्य के करीब पहुंचते हैं, दबाव और कठिनाइयाँ उनकी दोस्ती को प्रभावित करने लगती हैं।
फिल्म में दोस्ती, संघर्ष और सपनों की यात्रा को संवेदनशीलता और वास्तविकता के साथ दिखाया गया है।
फिल्म में विशाल जेठवा के अलावा, जान्हवी कपूर और ईशान खट्टर भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। 'होमबाउंड' ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। फिल्म का पहला प्रदर्शन 2025 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुआ, जहाँ दर्शकों ने लगभग नौ मिनट तक खड़े होकर फिल्म की शानदार कहानी के लिए तालियाँ बजाईं और इसे सराहा।