क्या विवेक ओबेरॉय ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर अहमदाबाद में रक्तदान शिविर में भाग लिया?

सारांश
Key Takeaways
- रक्तदान
- युवाओं
- सामाजिक सेवा
- प्रधानमंत्री मोदी
- अभियानों
अहमदाबाद, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर अहमदाबाद में एक बड़ा रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद (एबीटीवाईपी) द्वारा किया गया। यहां बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने सबसे पहले रक्तदान कर युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित रक्तदान अमृत महोत्सव 2.0 में रक्तदान करके अभिनेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को एक यादगार पल बनाया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस अभियान में 75 देशों, 7,500 केंद्रों और 75,000 पहली बार रक्तदान करने वालों ने भाग लिया। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विवेक ओबेरॉय के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और रक्तदाताओं को प्रेरित किया।
इस अवसर पर विवेक ओबेरॉय ने कहा, "11 साल पहले 2014 में हमने एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर हमारा लक्ष्य उस रिकॉर्ड को तोड़ना है। पीएम मोदी एक महान व्यक्तित्व हैं और वे हम सभी के लिए, खासकर भारत के युवाओं के लिए, प्रेरणा का स्रोत हैं। इसलिए आज हम इस महान व्यक्ति के सम्मान में रक्तदान कर रहे हैं।"
एबीटीवाईपी के महारक्तदान अभियान में भागीदारी पर विवेक ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री के निस्वार्थ प्रयास हमें एक महान कार्य में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। जैसा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने दिखाया है, सच्चा नेतृत्व सेवा में निहित है, और रक्तदान दयालुता का सर्वोच्च कार्य है, जो अनगिनत लोगों की जान बचा सकता है। इस वैश्विक पहल का नेतृत्व करने के लिए एबीटीवाईपी का मैं आभार व्यक्त करता हूं, जो हमारे ब्लड बैंकों को एक महत्वपूर्ण सेवा में बदलने और हमें 2047 तक प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत के सपने के करीब लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
इस पहल से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री मोदी ने एक भावपूर्ण पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा: "सदियों से सेवा हमारे समाज और संस्कृति का मार्गदर्शक सिद्धांत रही है। 'सेवा परमो धर्म:' न केवल एक आदर्श है, बल्कि हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग भी है। जैसे-जैसे भारत 2047 तक 'विकसित भारत' के संकल्प को पूरा करने की दिशा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद जैसी संस्थाओं का योगदान इस प्रयास में महत्वपूर्ण होगा।"