क्या महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ कराना सरकार की प्राथमिकता है? - गडकरी

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं की स्वास्थ्य सुविधाएं सरकार की प्राथमिकता हैं।
- 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान की शुरुआत की गई है।
- महिलाओं का स्वास्थ्य समाज और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण है।
- केंद्र सरकार गरीब वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
- एनआईबी जैविक अनुसंधान का महत्वपूर्ण केंद्र है।
नोएडा, १७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के सेक्टर-६२ में स्थित राष्ट्रीय जैविक संस्थान (एनआईबी) में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान का उद्घाटन किया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, सांसद डॉ. महेश शर्मा और विधायक पंकज सिंह भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और कहा कि पीएम मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।
गडकरी ने कहा कि 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' केवल एक योजना नहीं है, बल्कि यह समाज को सशक्त बनाने का एक संकल्प है। उन्होंने कहा कि यदि घर की नारी स्वस्थ और सशक्त होगी, तभी पूरा परिवार मजबूत बन सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ कराना सरकार की प्राथमिकता है। उनका मानना है कि नारी का स्वास्थ्य न केवल परिवार की मजबूती का आधार है, बल्कि यह समाज और राष्ट्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भूटान के प्रधानमंत्री द्वारा सुझाए गए डोमेस्टिक हैप्पी ह्यूमन इंडेक्स का उल्लेख करते हुए गडकरी ने बताया कि किसी देश की प्रगति केवल आर्थिक विकास से नहीं, बल्कि नागरिकों को स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास और अन्य बुनियादी सुविधाएं कितनी उपलब्ध हैं, उससे भी मापी जाती है। उन्होंने कहा कि इस इंडेक्स में स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इसी सोच के तहत केंद्र सरकार गरीब और मजदूर वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय जैविक संस्थान (एनआईबी) की विशेष भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संस्थान जैविक अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और भविष्य में विश्वस्तरीय शोध का हब बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों के समाधान के लिए आधुनिक विज्ञान के साथ-साथ वैदिक चिकित्सा में भी नवाचार और संशोधन की आवश्यकता है।
गडकरी ने उम्मीद जताई कि इन प्रयासों से न केवल गरीब वर्ग बल्कि समाज के हर व्यक्ति को सस्ती और प्रभावी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।