क्या पंजाबी फिल्म सेट्स तेलुगू फिल्म सेट्स की तुलना में ज्यादा गंभीर होते हैं? : यामिनी मल्होत्रा

सारांश
Key Takeaways
- यामिनी मल्होत्रा ने पंजाबी और तेलुगू फिल्म सेट्स के बीच महत्वपूर्ण अंतर बताया।
- पंजाबी सेट्स का माहौल शादी समारोह जैसा होता है।
- तेलुगू सेट्स पर सख्ती और प्रोफेशनलिज्म का पालन किया जाता है।
- यामिनी ने बॉलीवुड में अपनी पहली फिल्म 'चिल मारना ब्रो' की जानकारी साझा की।
- एक्टिंग उनके लिए एक पैशन है।
मुंबई, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री यामिनी मल्होत्रा ने पंजाबी और तेलुगू फिल्मों में काम किया है। उन्होंने दोनों उद्योगों में काम करने के तरीकों में महत्वपूर्ण अंतर बताया। यामिनी के अनुसार, पंजाबी फिल्मों के सेट एक बड़े शादी समारोह जैसे होते हैं, जबकि तेलुगू सेट पर सख्त प्रोफेशनल वातावरण होता है।
उन्होंने साझा किया, "पंजाबी फिल्म की शूटिंग एक शादी समारोह की तरह होती है। हर कोई उत्साह से भरा होता है। खाना, हंसी-मजाक और संगीत का माहौल बना रहता है। काम के बावजूद यह परिवार की एकता जैसा लगता है। शूटिंग के बाद लोग एक साथ समय बिताते हैं और उनके बीच रिश्ते बनते हैं।"
वहीं, तेलुगू सेट्स पर यामिनी का अनुभव बिल्कुल अलग है। उन्होंने कहा, "तेलुगू सेट्स पर नियमों और सटीकता का पालन कड़ाई से किया जाता है। हर कोई अपना काम खत्म करने के बाद वैनिटी वैन में चला जाता है। आपस में बातचीत बहुत कम होती है। माहौल पूरी तरह से प्रोफेशनल और कभी-कभी तो मशीन जैसा लगता है।"
'बिग बॉस 18' की प्रतिभागी रहीं यामिनी दोनों इंडस्ट्री की विशेषताओं को सराहती हैं। उनके अनुसार, फिल्म के अनुसार माहौल का निर्धारण होता है। वे पंजाबी सेट्स की गर्मजोशी और तेलुगू सेट्स की दक्षता, दोनों का आनंद लेती हैं।
यामिनी अब बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं। उनकी पहली हिंदी फिल्म 'चिल मारना ब्रो' जल्द ही रिलीज होने वाली है। यह कॉमेडी ड्रामा तेजस दत्तानी के निर्देशन में बनाई गई है, जिसमें कई ट्विस्ट्स और हंसी-मजाक का तड़का है।
यामिनी ने कहा, "एक्टिंग मेरा पैशन है। बॉलीवुड में कदम रखना मेरा सपना था, जो अब पूरा हो रहा है। फिल्म की कहानी मजेदार है, जिसमें कॉमेडी और ट्विस्ट्स का शानदार मिश्रण है।"