क्या आयुर्वेदिक चाय से सुबह की शुरुआत करके पूरा दिन सेहतमंद और ऊर्जावान बन सकता है?
सारांश
Key Takeaways
- अदरक की चाय शरीर की गर्मी और पाचन में मदद करती है।
- तुलसी की चाय रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
- पुदीने की चाय पाचन तंत्र को ठंडक देती है।
- हल्दी की चाय प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है।
- नींबू की चाय शरीर को तरोताजा करती है।
नई दिल्ली, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सुबह का समय शरीर और मन दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह वही समय है, जब हमारा शरीर रातभर की थकान को त्यागकर नए दिन के लिए तैयार होता है। आयुर्वेद के अनुसार, सुबह का सही पेय न केवल पाचन अग्नि को सक्रिय करता है, बल्कि पूरे दिन की ऊर्जा और संतुलन भी निर्धारित करता है।
विज्ञान भी मानता है कि सुबह के समय हल्का, गर्म और प्राकृतिक तत्वों से युक्त पेय शरीर के मेटाबॉलिज्म को सक्रिय बनाता है। इसीलिए, आयुर्वेदिक चाय आजकल फिर से लोगों की दिनचर्या में शामिल हो रही है। यह धीरे-धीरे शरीर को भीतर से मजबूत बनाती है।
आयुर्वेदिक चाय की सबसे खास बात यह है कि इनमें उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियाँ और मसाले आमतौर पर रसोई में मिल जाते हैं। विज्ञान ने इन तत्वों पर भी अध्ययन किया है और यह पाया गया है कि इनमें मौजूद प्राकृतिक रसायन शरीर को कई तरह की समस्याओं से बचाते हैं। आइए जानें ऐसी पांच चाय के बारे में, जो रोज सुबह पीने से सेहत को कई लाभ पहुँचा सकती हैं।
अदरक की चाय :- अदरक की चाय को आयुर्वेद में 'दीपन' कहा जाता है, जो पाचन अग्नि को बढ़ावा देती है। अदरक में मौजूद जिंजरोल तत्व सूजन को कम करने और शरीर में गर्मी बनाए रखने में सहायक है। यही कारण है कि सर्दी, जुकाम और गले की खराश में अदरक की चाय राहत प्रदान करती है। विज्ञान के अनुसार, अदरक पेट की गैस, मतली और अपच जैसी समस्याओं को भी कम करता है। सुबह अदरक की चाय पीने से रक्त संचार में सुधार होता है जिससे शरीर में फुर्ती बनी रहती है।
तुलसी की चाय :- तुलसी की चाय को आयुर्वेद में अमृत समान माना गया है। तुलसी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को संतुलित करने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत प्रदान करते हैं। वैज्ञानिक शोध भी बताते हैं कि तुलसी तनाव को कम करने में सहायक हो सकती है क्योंकि यह शरीर में स्ट्रेस हार्मोन को संतुलित करती है। बदलते मौसम में तुलसी की चाय पीने से सर्दी-खांसी और बुखार जैसी समस्याओं से बचाव में मदद मिलती है।
पुदीने की चाय :- पुदीने की चाय को पेट के लिए बहुत हल्की और आरामदायक माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, पुदीना पाचन तंत्र को ठंडक देता है और पेट में जमी गैस को बाहर निकालने में मदद करता है। विज्ञान भी मानता है कि पुदीने में मौजूद मेन्थॉल पाचन नली की मांसपेशियों को आराम देता है। इससे पेटदर्द, बेचैनी और एसिडिटी जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं। सुबह पुदीने की चाय पीने से दिमाग तरोताजा महसूस करता है।
हल्दी की चाय :- हल्दी की चाय को आजकल 'नेचुरल इम्युनिटी ड्रिंक' कहा जाने लगा है। हल्दी में करक्यूमिन तत्व सूजन को कम करने और शरीर को अंदर से साफ रखने में सहायक है। आयुर्वेद में हल्दी को रक्त शोधक माना गया है। विज्ञान के अनुसार, हल्दी जोड़ों के दर्द, हल्की सूजन और थकान में सहायक हो सकती है। रोज सुबह हल्दी की चाय पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे मजबूत होती है।
नींबू की चाय :- यह चाय शरीर को तरोताजा करने वाली मानी जाती है। नींबू में मौजूद विटामिन-सी शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है। आयुर्वेद के अनुसार, नींबू पाचन को सुधारता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। विज्ञान भी मानता है कि नींबू मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करता है और त्वचा के लिए लाभदायक हो सकता है। सुबह नींबू की चाय पीने से शरीर हल्का और मन ताजा महसूस करता है।