क्या चमोली में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना से आम लोगों को राहत मिल रही है?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री जन औषधि योजना ने दवाओं की कीमतों में कमी की है।
- स्थानीय लोगों को 50 से 90 प्रतिशत तक की बचत हो रही है।
- यह योजना स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता को बढ़ा रही है।
- युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है।
- महंगी दवाओं के बोझ से मरीजों को राहत मिल रही है।
चमोली, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड का चमोली क्षेत्र प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत आम जन के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा बन रहा है। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई यह महत्वाकांक्षी योजना देशभर में गुणवत्तापूर्ण और किफायती दवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
चमोली में संचालित जन औषधि केंद्रों के माध्यम से स्थानीय लोगों को दवाइयों पर 50 से 90 प्रतिशत तक की बचत हो रही है।
उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग के जन औषधि केंद्र में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज सस्ती दवाइयों की खरीदारी करने आते हैं। यहां की जेनेरिक दवाएं न केवल किफायती हैं, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी भरोसेमंद है।
कई मरीजों का कहना है कि महंगी दवाएं खरीदना उनके लिए मुश्किल था। ऐसे में जन औषधि केंद्र उनके लिए वरदान साबित हो रहा है, जिससे वे कम पैसे में अच्छी दवाएं प्राप्त कर रहे हैं।
इस योजना के तहत सरकार द्वारा चलाए जा रहे केंद्रों में हृदय रोग, मधुमेह, संक्रमण आदि गंभीर बीमारियों के लिए आवश्यक दवाएं बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हैं। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को आर्थिक राहत मिल रही है, जो अक्सर महंगी दवाओं के कारण उपचार अधूरा छोड़ देते थे।
जन औषधि योजना केवल मरीजों को राहत नहीं दे रही, बल्कि युवा उद्यमियों के लिए नए रोजगार के अवसर भी पैदा कर रही है। केंद्रों का संचालन स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ा रहा है और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को आसान बना रहा है।
प्रधानमंत्री जन औषधि योजना चमोली जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत कर रही है और सामान्य जनता को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण दवाओं के माध्यम से स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर रही है।
उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग की फार्मेसिस्ट शिवानी जोशी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जन औषधि योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई एक उत्कृष्ट योजना है। इसमें मधुमेह सहित कई रोगों की दवाएं कम दाम में उपलब्ध हैं। जो दवाइयां लोग अन्य स्थानों पर 100 से 150 रुपए में खरीदते हैं, वही यहां 10 से 15 रुपए में मिल जाती हैं।"
लाभार्थी मनोज डिमरी ने कहा कि यह एक सरकारी योजना है, जिसमें महंगी दवाएं कम कीमत पर मिलती हैं।
लाभार्थी मिलन ने कहा, "मैं जन औषधि केंद्र से दवाएं लेने आई हूं, यहां अच्छी दवाएं कम पैसे में मिल रही हैं। हम महंगी दवाएं नहीं खरीद सकते हैं। यह योजना हमारे लिए अत्यंत फायदेमंद है।"