क्या छोटा सा बादाम, बड़े फायदे देता है?
सारांश
Key Takeaways
- बादाम में प्रोटीन और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं।
- दिल और दिमाग के लिए फायदेमंद है।
- सर्दियों में शारीरिक ताकत बढ़ाता है।
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
- सही मात्रा में सेवन करना महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों के आगमन के साथ, हमें ऐसे खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है जो शरीर को गर्म रखें, ताकत प्रदान करें और बीमारियों से बचाएं। भारत में, बादाम को सदियों से स्वास्थ्य का साथी माना गया है। यह एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जो छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए लाभकारी है।
आयुर्वेद के अनुसार, बादाम को बल्य, पुष्टिकर और ओज बढ़ाने वाला समझा जाता है, जबकि विज्ञान इसे पोषक तत्वों से भरपूर मानता है। सर्दियों में उचित मात्रा और तरीके से सेवन करने से यह शरीर को कई प्रकार से मजबूत बनाता है।
बादाम में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और अच्छे फैट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। बादाम शरीर की कमजोरी को दूर करता है और दिमाग को तेज करता है।
दिल की सेहत के लिए भी बादाम बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स और फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं और धमनियों को स्वस्थ रखते हैं। नियमित रूप से सीमित मात्रा में बादाम खाने से हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम हो सकता है।
दिमाग के लिए बादाम किसी वरदान से कम नहीं है। प्राचीन समय से बच्चों को दूध के साथ बादाम खिलाने की परंपरा रही है। इसका कारण यह है कि बादाम याददाश्त बढ़ाने, एकाग्रता सुधारने और मानसिक थकान को कम करने में सहायक होता है। विज्ञान के अनुसार, इसमें मौजूद विटामिन 'ई' और ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क के सेल्स को पोषण देते हैं।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में भी बादाम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसमें मौजूद फाइबर आंतों की सफाई करता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। आयुर्वेद में सलाह दी जाती है कि बादाम को रात में पानी में भिगोकर सुबह छिलका उतारकर खाया जाए, क्योंकि इससे इसका पाचन आसान हो जाता है। सुबह खाली पेट भिगोए हुए बादाम खाने से दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
हड्डियों और मांसपेशियों के लिए भी बादाम लाभकारी है। इसमें मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और जोड़ों की कमजोरी को कम करने में सहायक होते हैं। सर्दियों में जोड़ों के दर्द की समस्या बढ़ जाती है, ऐसे में बादाम का सेवन राहत प्रदान कर सकता है। इसके अलावा, यह शरीर को गर्माहट भी देता है, जिससे ठंड का असर कम होता है।
हालांकि, बादाम के फायदों के साथ, इसे सही मात्रा में सेवन करना भी आवश्यक है। आयुर्वेद और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स दोनों मानते हैं कि एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए दिन में 6 से 7 बादाम पर्याप्त होते हैं। अधिक मात्रा में बादाम खाने से पेट फूलना, गैस, अपच और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं, क्योंकि इसमें कैलोरी अधिक होती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को इसकी मात्रा भी संतुलित रखनी चाहिए।