क्या गूलर के हर हिस्से में औषधीय गुण होते हैं, और यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को कम कर सकता है?
सारांश
Key Takeaways
- गूलर के सभी हिस्से औषधीय गुणों से भरपूर हैं।
- यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
- गूलर पाचन में सुधार करता है।
- यह शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है।
- गूलर के फल और पत्ते स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं। पहले जो जोश और ऊर्जा थी, वह धीरे-धीरे घटने लगती है। त्वचा की चमक कम होती है, झुर्रियां उभरने लगती हैं। पाचन कमजोर हो जाता है और कभी-कभी जोड़ों और हड्डियों में दर्द भी शुरू हो जाता है। इसी संदर्भ में, आयुर्वेद में एक ऐसा पेड़ वर्णित है, जो इन समस्याओं में सहायता कर सकता है।
यह पेड़ है गूलर, जिसका वैज्ञानिक नाम फिकस रासेमोसा है। यह पेड़ दिखने में अंजीर के समान है, लेकिन इसके गुण इसे अन्य पेड़ों से अलग बनाते हैं।
आयुर्वेद में गूलर के फल, पत्ते, तना और छाल सभी का स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव बताया गया है। इसके पत्ते पित्त और कफ को संतुलित करते हैं और पाचन में सहायता करते हैं। आयुर्वेद में लंबे समय से पत्तों का उपयोग शरीर की ताकत और ऊर्जा बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है। गूलर के फल भी विभिन्न समयों पर अलग-अलग गुण देते हैं। कच्चे और पके दोनों फल का उपयोग किया जा सकता है। फल आकार में गोल होते हैं और दिखने में अंजीर जैसे लगते हैं।
गूलर की छाल और तना भी औषधीय गुणों से भरपूर हैं। छाल में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करते हैं और यकृत की रक्षा करते हैं। पेड़ से निकलने वाला दूध भी फायदेमंद होता है। इसे बाहरी रूप से लगाने से घाव जल्दी भरते हैं, फोड़े-फुंसी में राहत मिलती है और त्वचा संक्रमण दूर होते हैं।
वैज्ञानिक अनुसंधान में भी यह सिद्ध हुआ है कि गूलर में मौजूद तत्व शरीर की कोशिकाओं को मजबूत बनाते हैं। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है, झुर्रियां कम आती हैं, त्वचा स्वस्थ रहती है और अंग अपनी सही गति से काम करते हैं। गूलर के सेवन से शरीर की ऊर्जा बनी रहती है और रक्त की सफाई भी होती है। यह डायबिटीज और दिल संबंधी बीमारियों में भी सहायता करता है।
गूलर का सेवन पाचन के लिए भी बहुत लाभकारी है। यह कब्ज़, पेट दर्द और पाचन समस्याओं में राहत देता है। इसके अलावा, शरीर की सूजन कम होती है। यह सभी गुण मिलकर शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं और उम्र बढ़ने के प्रभाव को धीमा करते हैं।