क्या जम्मू-कश्मीर में पीएम-जेएवाई योजना से 27,500 से अधिक मरीजों को मिला मुफ्त इलाज?

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क्या जम्मू-कश्मीर में पीएम-जेएवाई योजना से 27,500 से अधिक मरीजों को मिला मुफ्त इलाज?

सारांश

जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत-पीएम-जेएवाई योजना ने 27,500 से अधिक मरीजों को मुफ्त चिकित्सा प्रदान की है। इस योजना के तहत गरीबों को उच्च गुणवत्ता का इलाज मिल रहा है। क्या आप जानना चाहते हैं कि इस योजना ने किस प्रकार से लोगों के जीवन को प्रभावित किया है?

Key Takeaways

  • आयुष्मान भारत योजना ने 27,500 से अधिक मरीजों को मुफ्त उपचार प्रदान किया है।
  • इस योजना से गरीबों को 5 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज मिलता है।
  • राजौरी और पुंछ जिलों में इसका प्रभाव विशेष रूप से देखा गया है।
  • प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना द्वारा सस्ती जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
  • यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं को सभी तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

राजौरी, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) जम्मू-कश्मीर में लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हो रही है।

जम्मू-कश्मीर के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) राजौरी के आंकड़ों के अनुसार, 2018 से अब तक आयुष्मान भारत योजना के तहत 27,500 से अधिक मरीजों को मुफ्त उपचार प्रदान किया गया है, जिनमें से लगभग 17,500 मरीजों की सफलतापूर्वक सर्जरी की जा चुकी है। इन सर्जरियों में हृदय, नेत्र, अस्थि और स्त्रीरोग संबंधी जटिल ऑपरेशन शामिल हैं, जिनका खर्च निजी अस्पतालों में लाखों रुपयों तक पहुँचता है।

इस योजना के अंतर्गत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक का मुफ्त कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे गरीब और वंचित तबकों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा अब सुलभ हो गई है। राजौरी और पुंछ जिलों में इस योजना का प्रभाव विशेष रूप से देखने को मिला है।

अस्पताल के आयुष्मान अनुभाग प्रभारी सुरेश शर्मा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए बताया, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित न रहे। आयुष्मान भारत योजना ने स्वास्थ्य सेवाओं को वास्तव में जन-जन तक पहुंचाया है।”

एक लाभार्थी ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, “पहले हमें इलाज के लिए कर्ज लेना पड़ता था, पर अब बड़े ऑपरेशन भी मुफ्त में हो रहे हैं। यह गरीबों के लिए जीवनदायी योजना है। इस योजना से हमें अच्छा इलाज मिल रहा है। पहले हम लोगों को इलाज कराने के लिए परेशानी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है।”

जीएमसी राजौरी प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत भी काम कर रहा है, जिसके तहत मरीजों को कम दामों में उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं। जन औषधि केंद्र से मिलने वाली दवाइयां बाजार मूल्य से सस्ती हैं, जिससे आम लोगों पर आर्थिक बोझ घटा है।

आयुष्मान भारत और जन औषधि जैसी पहलें भारत को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की दिशा में अग्रसर कर रही हैं। इन पहलों ने यह सुनिश्चित किया कि पीर पंजाल जैसे दूरस्थ इलाकों के नागरिक भी 'स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत' की यात्रा में बराबरी से शामिल हों। योजना के लाभार्थियों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।

Point of View

बल्कि आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित लोगों के लिए एक आशा की किरण भी है।
NationPress
30/10/2025

Frequently Asked Questions

पीएम-जेएवाई योजना क्या है?
यह एक स्वास्थ्य बीमा योजना है जो गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करती है।
इस योजना से कितने मरीज लाभान्वित हुए हैं?
इस योजना के तहत अब तक 27,500 से अधिक मरीजों को मुफ्त इलाज दिया गया है।
क्या यह योजना सभी के लिए उपलब्ध है?
हाँ, यह योजना मुख्य रूप से गरीब और वंचित वर्ग के लोगों के लिए बनाई गई है।
क्या इस योजना का लाभ उठाने के लिए पंजीकरण आवश्यक है?
हाँ, लाभार्थियों को योजना के तहत पंजीकरण करना आवश्यक है।
इस योजना के तहत कौन-कौन से सर्जरी की जाती हैं?
इस योजना के तहत हृदय, नेत्र, अस्थि और स्त्रीरोग संबंधी जटिल सर्जरी की जाती हैं।