क्या है डीआईपी डाइट प्लान जो वेट लॉस के साथ पोषण भी देता है?
सारांश
Key Takeaways
- डीआईपी डाइट वजन घटाने और पोषण दोनों में सहायक है।
- सुबह फलों का सेवन करें।
- दोपहर और रात के खाने में सलाद का सेवन करें।
- ध्यान से और धीरे-धीरे खाएं।
- यह डाइट पाचन में सुधार करती है।
नई दिल्ली, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आजकल हर कोई अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक है, लेकिन जब भी डाइट का नाम आता है, लोगों को भूख, कमजोरी और बेस्वाद भोजन की याद आ जाती है। इस स्थिति में डीआईपी डाइट एक ऐसा नया ट्रेंड बनकर उभरा है, जो न केवल वजन कम करने में सहायक है, बल्कि शरीर को सम्पूर्ण पोषण भी प्रदान करता है।
इस डाइट की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कुछ भी बहुत कठिन नहीं है, बस सही समय पर सही चीजें खाने की आवश्यकता है।
सुबह का समय शरीर को साफ करने और ऊर्जा देने का होता है। इसलिए, डीआईपी डाइट का कहना है कि सुबह 12 बजे तक केवल फल खाएं। अपने वजन को 10 ग्राम से गुणा करके उतने फल खाने हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपका वजन 60 किलो है, तो लगभग 600 ग्राम फल खाएं। इससे पेट भी भर जाता है और विटामिन, फाइबर और मिनरल्स की कमी नहीं रहती। चाहें तो इसके बाद थोड़ा दलिया या मिलेट्स भी ले सकते हैं।
दोपहर के खाने में दो प्लेट लें। एक प्लेट में सलाद और दूसरी प्लेट में मुख्य भोजन। अपने वजन को 5 ग्राम से गुणा करें। जैसे, यदि आपका वजन 60 किलो है, तो आपको 300 ग्राम सलाद खाना है। यह पेट को हल्का रखता है, पाचन को सही करता है, और ओवरईटिंग से बचाता है। इसके बाद आराम से घर का बना खाना जैसे दाल-चावल या सब्जी-रोटी ले सकते हैं।
रात के खाने में भी यही सिद्धांत अपनाना है। पहले सलाद, फिर बाकी खाना। बस ध्यान रखें कि जो भी खाएं, धीरे-धीरे और अच्छे से चबाकर खाएं। इससे भोजन अच्छे से पचता है और शरीर को पूरा लाभ मिलता है।
डीआईपी डाइट का असर केवल वजन घटाने तक सीमित नहीं है। यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करती है, पाचन में सुधार करती है, और शरीर को ऊर्जा से भर देती है। जो लोग कब्ज, गैस या थकान जैसी समस्याओं से परेशान हैं, उनके लिए यह डाइट बहुत फायदेमंद है।