क्या दवाओं से ज्यादा असरदार है 'हल्की सैर'? जानें टहलने का सही तरीका

सारांश
Key Takeaways
- खाने के बाद हल्की सैर फायदेमंद होती है।
- 10 से 15 मिनट टहलने से पाचन में सुधार होता है।
- यह मोटापे को रोकने में सहायक है।
- हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- नींद में सुधार लाने में मदद करती है।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हम अक्सर सुनते हैं कि खाने के बाद हल्की सैर करना फायदेमंद होता है, इससे खाना सही ढंग से पचता है और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, लेकिन टहलने का सही तरीका और समय भी महत्वपूर्ण हैं।
आयुर्वेद में खाने के बाद टहलने को 'भोजनांत गमन' कहा जाता है। सही समय पर इसे करने से अनेक बीमारियों से राहत मिल सकती है। खाने के बाद 10 से 15 मिनट की छोटी सैर भी शरीर में महत्वपूर्ण बदलाव लाती है। यह न केवल पाचन में मदद करती है, बल्कि शरीर में रक्त शर्करा की मात्रा को संतुलित भी करती है, जो अधिक होने पर शुगर का कारण बनती है।
इसके साथ ही, यह शरीर की कैलोरी को भी कम करती है और मोटापे को रोकती है। हल्की सैर हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है, क्योंकि यह रक्त संचार को बेहतर बनाती है और हृदय पर ज्यादा दबाव नहीं डालती।
15 मिनट की सैर नींद के संतुलन को भी सुधार सकती है। यदि आपको रात में नींद आने में कठिनाई होती है, तो खाने के बाद टहलना अवश्य करें। यह सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन का संतुलन बनाए रखता है, जो नींद और तनाव को कम करने में मदद करते हैं। इसे विज्ञान में 'खुशी वाला हार्मोन' कहा जाता है।
मांसपेशियों और जोड़ों के लिए भी हल्की सैर आरामदायक और लाभकारी होती है। इससे मांसपेशियों में जकड़न नहीं होती और जोड़ों में चिकनाई बनी रहती है, जिससे लंबे समय तक दर्द नहीं होता।
आयुर्वेद और विज्ञान दोनों में टहलने की विधि का उल्लेख किया गया है। खाने के बाद तेज़ी से दौड़ने के बजाय, धीमी गति से 15 मिनट टहलना बेहतर है। कोशिश करें कि आप खुली जगह या प्राकृतिक स्थान पर टहलें। खुली हवा आपको तरोताजा करने में मदद करेगी और तनाव से राहत भी मिलेगी। अपनी सैर को और प्रभावी बनाने के लिए खाने के बाद सौंफ, अदरक या अजवाइन का सेवन करें। ये एसिडिटी से बचाने में सहायक हैं और भोजन को जल्दी पचाने में मदद करते हैं।